देश की खबरें | भारत में कोविड के उपचाराधीन मरीजों की संख्या पहली बार 11 लाख के पार हुई

नयी दिल्ली, 11 अप्रैल भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के 1.52 लाख नये मामले सामने आने के बाद देश में इसके उपचाराधीन मरीजों की संख्या पहली बार 11 लाख के आंकड़े को पार कर गई। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देश में ‘टीका उत्सव’ की शुरुआत की और इसे कोविड-19 के खिलाफ दूसरी बड़ी लड़ाई की शुरुआत बताया।

उपचाराधीन मरीजों की संख्या 12 फरवरी को सबसे कम थी, जो 1,35,926 थी, जबकि इसकी सर्वाधिक संख्या 18 सितंबर 2020 को थी। तब यह संख्या 10,17,754 थी।

संक्रमण के मामलों में तेज गति से वृद्धि होने के चलते देश के 15 राज्यों और दिल्ली में स्वास्थ्य ढांचे पर अप्रत्याशित रूप से भार बढ़ गया है, ऐसे में प्राधिकारों ने कहीं अधिक संख्या में कोविड अस्पताल आरक्षित करना शुरू कर दिया है और लोगों की आवाजाही पर रोक बढ़ाने के अलावा मेडिकल आपूर्ति की किसी भी कमी को दूर करने के लिए कदम उठा रहे हैं।

केंद्र ने कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण रेमडेसिविर की मांग बढ़ने के मद्देनजर रविवार को कहा कि वायरस रोधी इंजेक्शन और इसके लक्षित प्रभाव देने के लिए इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री (एपीआई) के निर्यात पर स्थिति में सुधार होने तक रोक लगा दिया है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसके अलावा दवा की आसानी से उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए रेमडेसिविर के सभी घरेलू निर्माताओं को अपने विक्रेताओं और वितरकों की जानकारी अपनी वेबसाइट पर प्रदर्शित करने की सलाह दी गई है।

कुछ राज्यों से दवा की कमी पड़ने की खबरें हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे तक जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 1,52,879 नए मामले आने से संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 1,33,58,805 हो गई। वहीं, महामारी से एक दिन में 839 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 1,69,275 हो गई है। देश में 18 अक्टूबर 2020 के बाद से इस बीमारी से एक दिन में मरने वाले लोगों की यह सर्वाधिक संख्या है।

कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू होने के 85 दिन बाद से 10 करोड़ से अधिक लोगों को इसकी खुराक दी जा चुकी है।

मोदी ने कहा, ‘‘आज 11 अप्रैल यानी ज्योतिबा फुले जयंती से हम देशवासी ‘टीका उत्सव’ की शुरुआत कर रहे हैं। यह ‘टीका उत्सव’ 14 अप्रैल यानी बाबा साहेब आंबेडकर जयंती तक चलेगा।’’

मोदी ने कहा, ‘‘टीके की एक भी खुराक व्यर्थ न हो, हमें यह सुनिश्चित करना है। हमें उस दिशा में बढ़ना है, जहां एक भी खुराक बेकार न जाए। इस दौरान हमें देश की टीकाकरण क्षमता के सर्वोत्कृष्ट उपयोग की तरफ बढ़ना है। ये भी हमारी क्षमता बढ़ाने का ही एक तरीका है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह उत्सव एक तरह से कोरोना के खिलाफ एक और बड़ी लड़ाई है। हमें व्यक्तिगत स्वच्छता और सामाजिक स्वच्छता पर विशेष जोर देना होगा। ’’

मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के कुल मामलों में 70.82 प्रतिशत उपचाराधीन मरीज पांच राज्यों से हैं, जिनमें महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश और केरल शामिल हैं। देश में महामारी की शुरूआत होने के बाद से पहली बार कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 11 लाख के आंकड़े को पार कर गई है।

इन राज्यों के अलावा दिल्ली, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, तेलंगाना, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में मामलों का प्रतिदिन का ग्राफ ऊपर चढ़ रहा है।

इनमें से कई राज्यों ने पाबंदियां लगाई हैं, जैसे कि स्कूलों को बंद करना, रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाना, सप्ताहांत लॉकडाउन आदि। हालांकि, पूर्ण लॉकडाउन से इनकार किया गया है लेकिन अस्पतालों में मरीजों की भीड़ उमड़ने के चलते इस पर पुनर्विचार करने के कुछ संकेत मिले हैं।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उनके दिल्ली के समकक्ष अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि संक्रमण के प्रसार पर काबू नहीं होने और स्वास्थ्य प्रणाली के ध्वस्त होने का संकेत दिखने पर ही लॉकडाउन विकल्प होगा।

केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति बहुत गंभीर है।

रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में 10,774 नये मामले सामने आए, जो अब तक की एक दिन की सर्वाधिक संख्या है। वहीं, 48 और संक्रमितों की मौत हो गई।

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 15,353 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। यह राज्य में एक दिन में आए संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले हैं। इस अवधि में 67 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई है।

राज्य सरकार ने प्रतिदिन 100 से अधिक मामले आने वाले जिलों या 500 से अधिक उपचाराधीन मरीजों वाले जिलों में रात्रि कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है।

गुजरात सरकार ने भी राज्य के 20 शहरों में रात्रि कर्फ्यू लगा दिया है।

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