Kota Student Suicide : छात्र के आत्महत्या करने के कुछ दिनों बाद प्रशासन ने छात्रावास को अपने कब्जे में लिया
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश निवासी एक छात्र के यहां छात्रावास के कमरे में फंदे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या किये जाने के कुछ दिनों बाद छत के पंखों में 'आत्महत्या रोधी उपकरणों' के अभाव के कारण जिला प्रशासन ने छात्रावास को खाली कराकर अपने कब्जे में ले लिया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद निवासी 19 वर्षीय छात्र मोहम्मद जैद ने 23 जनवरी को अपने छात्रावास में कमरे के छत के पंखे के सहारे लगाए गए फंदे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। जैद जवाहर नगर थाना क्षेत्र के राजीव गांधी नगर में कंचन रेजीडेंसी में रहता था।
कोटा (राजस्थान), 3 फरवरी: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे उत्तर प्रदेश निवासी एक छात्र के यहां छात्रावास के कमरे में फंदे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या किये जाने के कुछ दिनों बाद छत के पंखों में 'आत्महत्या रोधी उपकरणों' के अभाव के कारण जिला प्रशासन ने छात्रावास को खाली कराकर अपने कब्जे में ले लिया है. अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद निवासी 19 वर्षीय छात्र मोहम्मद जैद ने 23 जनवरी को अपने छात्रावास में कमरे के छत के पंखे के सहारे लगाए गए फंदे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.
जैद जवाहर नगर थाना क्षेत्र के राजीव गांधी नगर में कंचन रेजीडेंसी में रहता था. कोटा के जिलाधिकारी डॉ. रवींद्र गोस्वामी ने शुक्रवार शाम यहां एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि छात्रों की सुरक्षा के लिए जारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर छात्रावास के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई थी. गोस्वामी ने कहा कि पिछले महीने छात्रावास के कमरे में एक छात्र द्वारा कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या किये जाने के बाद अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम) द्वारा जांच शुरू की गई थी.
गोस्वामी ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर एडीएम अदालत ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 133 के तहत कार्रवाई शुरू करने और छात्रावास ‘कंचन रेजीडेंसी’ को अपने कब्जे में लेने का निर्देश दिया. अतिरिक्त जिलाधिकारी बृजमोहन बैरवा ने बताया कि छात्रावास के मालिक हिसुब सोनी और छात्रावास की देखभाल करने वाले रघुनंदन शर्मा को न्यायालय के आदेश में उल्लिखित शर्तों का पालन करने के सख्त आदेश दिए गए हैं.
कंचन रेसीडेंसी में 32 कमरे हैं जिनमें से 10 में छात्र रहते हैं जबकि बाकी खाली हैं। उन्होंने कहा कि निजी छात्रावास के मालिक को पांच फरवरी तक 10 छात्रों को किसी अन्य छात्रावास में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया. कोटा जिले के अधिकारियों ने छात्रावासों को छत के पंखों पर एक 'स्प्रिंग डिवाइस' लगाने का आदेश दिया था ताकि आत्महत्या करने की कोशिशों को नाकाम किया जा सके.
कोचिंग केंद्र के रूप में उभरे कोटा में इस साल अब तक तीन छात्रों के आत्महत्या की खबरें आ चुकी हैं. इससे पहले 29 जनवरी को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) की तैयारी कर रही 18 वर्षीय निहारिका सिंह ने कोटा में अपने घर पर कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. ‘पेइंग गेस्ट’ के रूप में रह रहे बीटेक अंतिम वर्ष के एक छात्र ने अपने कमरे में दो फरवरी को फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी.
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