Ind vs Eng Test Series 2021: इंग्लैंड के कोच Graham Thorpe ने भारत मे फतह हासिल करने के लिए अपने गेंदबाजों को दिया गुरु मंत्र
इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच ग्राहम थोर्प का मानना है कि अगर उन्हें आगामी टेस्ट श्रृंखला में विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम को दबाव में रखना है तो उनके गेंदबाजों को मेजबान देश के बल्लेबाजों को लगातार अच्छी गेंदबाजी करनी होगी.
चेन्नई, 29 जनवरी: इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच ग्राहम थोर्प का मानना है कि अगर उन्हें आगामी टेस्ट श्रृंखला में विराट कोहली की अगुवाई वाली भारतीय टीम को दबाव में रखना है तो उनके गेंदबाजों को मेजबान देश के बल्लेबाजों को लगातार अच्छी गेंदबाजी करनी होगी. इंग्लैंड में 2014 में लचर प्रदर्शन करने के बाद कोहली ने 2016 में घरेलू श्रृंखला और 2018 में इंग्लैंड में खेली गयी श्रृंखला में जमकर रन बटोरे थे. हालांकि इन दोनों श्रृंखलाओं में टीम ने विपरीत परिणाम हासिल किये थे. थोर्प से पूछा गया कि क्या जेम्स एंडरसन की अगुवाई वाले गेंदबाजी आक्रमण ने भारतीय कप्तान के लिये कोई खास रणनीति बनायी है, इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि वह बेहतरीन खिलाड़ी है और पिछले कई वर्षों से उसने यह दिखाया है. भारतीय बल्लेबाजी क्रम घरेलू परिस्थितियों की अच्छी समझ रखता है और विराट उनमें से एक है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे गेंदबाजी आक्रमण के लिये यह महत्वपूर्ण होगा कि वे जितना संभव हो उतनी सर्वश्रेष्ठ गेंदें करें. मुझे नहीं लगता कि हमें अपने स्पिनरों और तेज गेंदबाजों से इससे अधिक उम्मीद करनी चाहिए. हमें अच्छा स्कोर बनाने की जरूरत है और फिर भारतीय बल्लेबाजों को दबाव में लाना हमारे लिये महत्वपूर्ण होगा.’’ भारतीय गेंदबाजी अब स्पिनरों के भरोसे पर निर्भर नहीं है जो धीमी पिचों पर अपना जादू बिखेरते रहे हैं तथा थोर्प ने कहा कि वे मेजबान टीम के वर्तमान आक्रमण से अच्छी तरह अवगत हैं. उन्होंने कहा, ‘‘भारतीय गेंदबाजी आक्रमण अब केवल स्पिन पर निर्भर नहीं है. मुझे लगता है कि उनका तेज गेंदबाजी आक्रमण भी मजबूत है और इस दृष्टि से केवल स्पिन विभाग पर ही ध्यान केंद्रित नहीं किया जा सकता है.’’
जसप्रीत बुमराह और रविचंद्रन अश्विन से मिलने वाली चुनौती कड़ी होगी लेकिन इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच समझते हैं कि इसके लिये संतुलन तैयार करने की जरूरत है. थोर्प ने कहा, ‘‘भारतीय गेंदबाजी बहुत अच्छे आक्रमण के रूप में विकसित हुई है और हम इससे अच्छी तरह से वाकिफ हैं. जब आप उपमहाद्वीप का दौरा करते हो तो आपको स्पिन से निबटना होता है. हम भारतीय आक्रमण के प्रति सतर्क हैं. अभ्यास के दिनों का उपयोग दोनों (तेज और स्पिन) में संतुलन पैदा करने के लिये किया जाएगा.’’
बायें हाथ के यह पूर्व बल्लेबाज जानता है कि उनके कुछ बल्लेबाज इससे पहले उपमहाद्वीप में नहीं खेले हैं और चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला से उन्हें अच्छी सीख मिलेगी. उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कुछ खिलाड़ी उपमहाद्वीप में नहीं खेले हैं लेकिन वे कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उम्मीद है कि अच्छा प्रदर्शन करेंगे. इनमें से कुछ खिलाड़ियों को इससे अच्छी सीख मिलेगी.’’ थोर्प के अनुसार हाल में आस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर हराने वाली भारतीय टीम का सामना करने से बड़ी कोई चुनौती नहीं हो सकती.
उन्होंने कहा, ‘‘भारत का उसकी सरजमीं पर सामना करना वास्तविक चुनौती है. वे बहुत अच्छी क्रिकेट खेल रहे हैं और अपनी पिचों पर वह बेहद मजबूत टीम है. उन्होंने आस्ट्रेलिया में भी शानदार वापसी करके जीत दर्ज की। इसलिए यह हमारे लिये वास्तविक चुनौती है.’’
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