देश की खबरें | केरल: भारी बारिश के चलते कुछ जिलों के शैक्षणिक संस्थान में छुट्टी घोषित

तिरुवनंतपुरम, चार जुलाई केरल के कई हिस्सों में मंगलवार को हुई भारी बारिश के चलते अधिकारियों ने कुछ जिलों के शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी और नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए गए हैं।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से आज के लिए इडुक्की और कन्नूर जिलों में पहले ही ‘रेड अलर्ट’ जारी कर दिया है। इसके अलावा 10 जिलों के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया हुआ है।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दक्षिणी अलाप्पुझा में भारी बारिश की आशंका है, इसलिए जिला प्रशासन ने स्कूलों सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों और पेशेवर कॉलेजों में छुट्टी घोषित कर दी है।

एहतियात के तौर पर उत्तरी कासरगोड जिले में कॉलेजों को छोड़कर सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई।

जिला प्रशासन ने भूस्खलन के खतरे को देखते हुए लोगों से ऊंचे स्थानों की सड़कों पर अनावश्यक यात्रा करने से बचने की अपील की है।

कई जगहों पर जलभराव की सूचना को देखते हुए दो दोपहिया वाहन चालकों को राष्ट्रीय राजमार्गों से बचने की सलाह दी गई है।

जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समस्या का जल्द से जल्द समाधान करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

एर्नाकुलम के जिला कलेक्टर के आधिकारिक फेसबुक पेज पर कहा गया है कि जिले में ‘भारी बारिश’ को देखते हुए सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।

मंगलवार और बुधवार को जिले में जारी 'ऑरेंज अलर्ट' को देखते हुए एर्नाकुलम में खनन और भूविज्ञान विभाग ने सभी प्रकार के खनन और संबंधित कार्यों को रोकने का आदेश दिया।’’

पथनमथिट्टा में बारिश के कारण किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला कलेक्टरेट और तालुक कार्यालयों में विशेष नियंत्रण कक्ष शुरू किए गए हैं, जो 24 घंटे काम करेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि निकटवर्ती कोट्टायम जिले के सभी तालुकों में भी पूरी रात भारी बारिश हुई है। आसमान में बादल छाए हुए हैं और कई जगहों पर बारिश जारी है।

मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अगले पाच दिनों के दौरान कुछ क्षेत्र में हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। एक रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मंगलवार और बुधवार को केरल में विभिन्न स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।

दक्षिणी राज्य में भारी बारिश के चलते सोमवार को एक लड़की की मौत हो गई जिसके बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने लोगों को नदियों के नजदीक और पहाड़ी क्षेत्रों में यात्रा न करने की सलाह दी है।

रेड अलर्ट के दौरान 24 घंटे में 20 सेंटीमीटर तक और ऑरेंज अलर्ट में छह से 20 सेंटीमीटर बारिश की संभावना रहती है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) मौसम की चेतावनी के लिए चार ‘रंगों के कोड’ का उपयोग करता है, जिसमें ‘हरा’ (कोई कार्रवाई आवश्यक नहीं), ‘पीला’ (देखें और तत्पर रहें), ‘नारंगी’ (तैयार रहें) और ‘लाल’ (कार्रवाई करें) शामिल हैं। स्थिति के अनुसार, इन रंगों के अलर्ट जारी किए जाते हैं। ये अलर्ट ‘ग्रीन अलर्ट’, ‘येलो अलर्ट’, ‘ऑरेंज अलर्ट’ और ‘रेड अलर्ट’ होते हैं।

खारी

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