
कोझिकोड (केरल), 15 फरवरी केरल के वन मंत्री ए के ससीन्द्रन ने शनिवार को एक स्थानीय मंदिर का दौरा किया, जहां हाल में हाथियों के उत्पात के कारण तीन लोगों की मौत हो गई थी।
उन्होंने घोषणा की कि सरकार ने घटना से संबंधित विभिन्न मानदंडों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
कोयिलैंडी के निकट मनाकुलंगरा मंदिर में बृहस्पतिवार शाम उत्सव के दौरान पटाखे फोड़ने के बाद दो हाथियों के उग्र हो जाने से मची भगदड़ में दो महिलाओं सहित तीन बुजुर्गों की मौत हो गई।
मंत्री ने कहा कि वन विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी त्रासदी के तुरंत बाद घटनास्थल पर पहुंचे, आवश्यक जांच की और शुक्रवार को सरकार को रिपोर्ट सौंप दी।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "इन रिपोर्टों में हमने देखा है कि संबंधित व्यक्ति जंजीर से बांधकर रखे जाने वाले हाथियों के (प्रबंधन और रखरखाव) नियमों का पालन करने में विफल रहे। जिला प्रशासन ने इस बात पर चिंता जताई है कि त्योहार के दौरान पटाखे फोड़ते समय पर्याप्त सावधानी बरती गई थी या नहीं।"
ससीन्द्रन ने कहा कि इन निष्कर्षों के आधार पर सरकार ने कानूनी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।
शुक्रवार को मंत्री ने कहा कि त्योहार के दौरान पटाखे लापरवाही से फोड़े गए और हाथियों के पैर खुले पाए गए, जो जंजीर से बांधकर रखे गए हाथियों के (प्रबंधन और रखरखाव) नियमों का उल्लंघन है।
उन्होंने यह भी कहा कि हाथियों के मालिकों और मंदिर प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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