कोझिकोड (केरल), 12 सितंबर केरल सरकार ने कोझिकोड जिले में दो लोगों की ‘‘अप्राकृतिक मौत’’ का पता चलने के बाद पांच नमूने जांच के लिए पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे हैं, ताकि इस बात का पता लगाया जा सके कि ये नमूने निपाह वायरस से संक्रमित हैं या नहीं।
केरल स्वास्थ्य विभाग ने दो लोगों की मौत के बाद सोमवार को कोझिकोड जिले में निपाह वायरस के संबंध में जिला स्तरीय अलर्ट जारी किया। ऐसा संदेह है कि इन लोगों की मौत निपाह वायरस से संक्रमित होने के कारण हुई।
जांच के लिए जो नमूने विषाणु विज्ञान संस्थान भेजे गए हैं, उनमें से एक नमूना मृतक का और चार उसके संबंधियों के हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने मंगलवार को फेसबुक पर एक पोस्ट में लिखा कि सरकार दो लोगों की मौत को गंभीरता से ले रही है और स्वास्थ्य विभाग ने इन मौत का कारण निपाह वायरस का संक्रमण होने के संदेह के चलते जिले में अलर्ट जारी किया है।
उन्होंने कहा कि चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि मृतकों के निकट संपर्क में आए लोगों का उपचार जारी है।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज जिले में पहुंचीं और उन्होंने स्थिति का आकलन करने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और मीडिया को बताया कि सरकार सभी एहतियाती कदम उठा रही है।
उन्होंने कहा कि पहली मौत एक निजी अस्पताल में हुई थी और मृतक के बच्चों, भाई और उसके रिश्तेदारों का बुखार से पीड़ित होने के कारण उपचार किया जा रहा है।
मंत्री ने कहा कि अस्पताल में कई लोग आए थे और मृतक या उसके परिजन के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की कोशिश जारी है।
कोझिकोड जिले में 2018 और 2021 में भी निपाह वायरस से मौत के मामले सामने आए थे।
दक्षिण भारत में निपाह वायरस का पहला मामला 19 मई 2018 को कोझिकोड में सामने आया था।
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