देश की खबरें | केरल की अदालत ने पी सी जॉर्ज को न्यायिक हिरासत मेंर भेजा

तिरुवनंतपुरम, 26 मई केरल के वरिष्ठ नेता पी सी जॉर्ज को बृहस्पतिवार को यहां एक अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने नफरत फैलाने वाले भाषण के एक मामले के संबंध में जॉर्ज की जमानत रद्द होने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था।

मजिस्ट्रेट अदालत ने जॉर्ज को दी गई जमानत बुधवार को रद्द कर दी थी। पुलिस ने आरोप लगाया था कि एक मई को जमानत पर रिहा हुए वरिष्ठ नेता ने जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया है। उन्हें 29 अप्रैल को राज्य में मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाने वाला भाषण देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

जमानत रद्द होने के बाद जॉर्ज को बुधवार की शाम को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें बृहस्पतिवार की सुबह अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्हें यहां जिला कारागार में भेजा गया है।

उनके वकील ने बताया कि पुलिस ने जॉर्ज की आवाज की जांच करने के लिए उनकी हिरासत मांगी है।

जॉर्ज के बेटे और केरल जनपक्षम के नेता शोन जॉर्ज ने बृहस्पतिवार की सुबह अदालत में उनके पिता को पेश किए जाने में पुलिस द्वारा दिखायी गई ‘‘जल्दबाजी’’ पर सवाल उठाए और इसके पीछे मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन की भूमिका होने का आरोप लगाया।

उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने जॉर्ज को जेल में डालने में जल्दबाजी दिखायी जबकि उनकी जमानत याचिका केरल उच्च न्यायालय में लंबित है और ऐसा राजनीतिक दबाव में किया गया।

पुलिस ने 29 अप्रैल को यहां ‘अनंतपुरी हिंदू महा सम्मेलनम’ को संबोधित करते हुए मुसलमानों के खिलाफ साम्प्रदायिक भाषण देने के आरोप में 70 वर्षीय जॉर्ज के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज करने के बाद एक मई को उन्हें गिरफ्तार किया था।

पूर्व विधायक ने केरल में गैर-मुस्लिमों से, मुस्लिमों द्वारा चलाए जा रहे रेस्त्रां में खाना न खाने का बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया था।

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