नयी दिल्ली, 23 दिसंबर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने सोमवार को आरोप लगाया कि पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल की मार्च में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की गई गिरफ्तारी "पूरी तरह से अवैध और अनधिकृत" थी, क्योंकि यह गृह मंत्रालय की मंजूरी के बिना की गयी थी।
आप नेता के आरोपों पर ईडी की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।
सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि केजरीवाल पर मुकदमा चलाने के लिए अब गृह मंत्रालय से मंजूरी मांगी जा रही है, जिससे यह स्पष्ट हो जाता है कि ईडी-सीबीआई ने उन्हें भाजपा के दबाव में गिरफ्तार किया है।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल को ईडी ने आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में 21 मार्च को उनके आवास से गिरफ्तार किया था।
जून में आबकारी नीति मामले में सीबीआई ने उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया।
सिंह ने कहा कि किसी मौजूदा मुख्यमंत्री को गृह मंत्रालय की मंजूरी के बिना गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।
उन्होंने सवाल किया कि केजरीवाल को जेल में बिताए गए उनके जीवन के छह महीने कौन वापस देगा।
केजरीवाल को सितंबर में उच्चतम न्यायालय से जमानत मिल गई थी और वह तिहाड़ जेल से रिहा हो गए थे। तिहाड़ में वह न्यायिक हिरासत में थे।
आप नेता ने आगे आरोप लगाया कि केजरीवाल की गिरफ्तारी का "इरादा" दिल्ली में आप सरकार को गिराने और पार्टी को "बर्बाद" करने का था।
सिंह ने कहा कि दिल्ली की जनता पूरी घटना देख रही है और आगामी विधानसभा चुनाव में इसका जवाब देगी।
उन्होंने कहा, "आने वाले दिनों में भाजपा को इसके परिणाम भुगतने होंगे।"
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित और भारी बहुमत वाले मुख्यमंत्री को "अवैध" तरीके से गिरफ्तार नहीं किया जा सकता।
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