नयी दिल्ली, 13 अप्रैल आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को दावा किया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल में उनके परिवार के सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से मिलने नहीं दिया जा रहा है।
हालांकि, भाजपा ने सिंह पर हमला करते हुये कहा है कि उन्हें जेल नियमावली का पता होना चाहिये, क्योंकि वह स्वयं ही कई महीने वहां रह कर हाल ही में बाहर आये हैं।
सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘मुख्यमंत्री केजरीवाल का मनोबल तोड़ने की कोशिश की जा रही है।’’
उन्होंने कहा, ''उनके परिवार को व्यक्तिगत रूप से मिलने की अनुमति नहीं दी गई है। उन्हें केवल 'जंगला' के माध्यम से मिलने की अनुमति दी गई। यह अमानवीय है। यहां तक कि कट्टर अपराधियों को भी व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की अनुमति होती है।''
'मुलाकात जंगला' लोहे की जाली है, जो जेल के अंदर एक कमरे में कैदी को आगंतुक से अलग करती है। एक आगंतुक और एक कैदी जाली के अलग-अलग किनारों पर बैठकर एक दूसरे से बात कर सकते हैं।
सिंह ने कहा,‘‘ उसी तिहाड़ जेल में कई मुलाकातें हो रही हैं... लेकिन तीन बार के निर्वाचित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपमानित किया जा रहा है और उन्हें जंगला से अपने परिवार से मिलने दिया जा रहा है। यह भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के इशारे पर हो रहा है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ एक कैदी के रूप में उनके अधिकार छीने जा रहे हैं।’’ आप नेता सिंह को इस महीने की शुरुआत में दिल्ली आबकारी नीति मामले में उच्चतम न्यायालय ने जमानत दी थी।
तिहाड़ प्रशासन ने फिलहाल सिंह के दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
शुक्रवार को जेल अधिकारियों ने केजरीवाल की पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मुलाकात की तारीख 15 अप्रैल तय की थी और कहा कि वह आप संयोजक से ‘मुलाकात जंगला’ के माध्यम से एक सामान्य आगंतुक के रूप में मिल सकते हैं।
मुख्यमंत्री से उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल और निजी सचिव बिभव कुमार ने मंगलवार को तिहाड़ जेल के अंदर मुलाकात की थी।
सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि जेल प्रशासन ने उन्हें टोकन जारी करने के बाद इसे सुरक्षा कारणों का हवाला देकर रद्द कर दिया।
उन्होंने कहा कि अब भगवंत मान, केजरीवाल से मिलेंगे।
इस मामले में भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पलटवार करते हुए कहा कि सिंह को जेल नियमावली के बारे में जानकारी होनी चाहिए, क्योंकि वह वहां कई महीने बिताने के बाद हाल ही में बाहर आए हैं।
उन्होंने कहा कि जेल नियमावली के तहत नियम 602 के अनुसार, कैदियों और उनके आगंतुकों को एक स्क्रीन के सामने बैठाया जाता है। केजरीवाल उन लोगों से मिल रहे हैं, जो मिलना चाहते हैं और उनके जरिए संदेश भी भेज रहे हैं ।
सचदेवा ने कहा कि हो सकता है कि अगर सिंह केजरीवाल से नहीं मिल पाए, तो उनके लिए कुछ संदेश हो।
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