नयी दिल्ली, चार जनवरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने लगभग 10 साल के कार्यकाल में राजधानी की आधारभूत संचरनाओं को सुधारने के बजाय खुद के लिए ‘‘शीश महल’’ बनवाया।
शाह ने यह भी कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) संयोजक को इसका हिसाब देना होगा।
शाह ने नयी दिल्ली नगरपालिक परिषद द्वारा स्थापित कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास ‘सुषमा भवन’ के उद्घाटन के बाद एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केजरीवाल (मुख्यमंत्री के तौर पर) के आधिकारिक आवास में इस्तेमाल की गई कई महंगी चीजों के नाम गिनवाए और कहा कि उन्होंने तो इनमें से कई चीजों के नाम तक नहीं सुने हैं।
शाह ने कहा कि जब केजरीवाल राजनीति में आए तो उन्होंने कसम खाई थी कि सरकारी कार या बंगला नहीं लेंगे और कहा था कि एक नए प्रकार की राजनीति का आगाज करेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन ‘आप’ नेता का एक, दो, तीन या चार बंगलों से मन नहीं भरा और दिल्लीवासियों के 45 करोड़ रुपये के खर्च से 50,000 वर्ग गज जमीन पर ‘शीश महल’ बनवाया।’’
भाजपा केजरीवाल पर निशाना साधने के लिए ‘शीश महल’ का मुद्दा उठा रही है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्लीवासियों को पानी की आपूर्ति करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं बनाई लेकिन केजरीवाल के ‘‘चार सदस्यीय परिवार के लिए 15 करोड़ रुपये का पानी संयंत्र लगाया गया’’।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जब केजरीवाल मुख्यमंत्री आवास में रहते थे तब डिजाइनर मार्बल पर छह करोड़ रुपये, आधुनिक पर्दों पर छह करोड़ रुपये, स्वचालित दरवाजों पर 70 लाख रुपये, कालीनों पर 50 लाख रुपये और स्मार्ट टीवी पर 64 लाख रुपये खर्च किए गए।’’
शाह ने केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सुझाव दिया था कि उन्हें दिल्ली के लोगों को ‘‘शीश महल’’ के दर्शन कराने चाहिए ताकि वे देख सकें कि उनके मुख्यमंत्री किस तरह के घर में रहते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि केजरीवाल ने घोटालों के अलावा कुछ नहीं किया, चाहे शराब नीति घोटाला हो, मोहल्ला क्लीनिक घोटाला हो, सीसीटीवी कैमरे और बस खरीद में घोटाला हो।
शाह ने दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज की विरासत का भी जिक्र किया और उन्हें ‘‘तेजतर्रार विपक्षी नेता’’ बताया और विभिन्न प्रमुख मंत्रालयों में उनकी सेवा के लिए उन्हें याद किया।
शाह ने इस बात पर जोर दिया कि विदेश और स्वास्थ्य मंत्रालयों में स्वराज के योगदान को भारत के संसदीय इतिहास में याद किया जाएगा, वहीं केजरीवाल की विरासत भ्रष्टाचार और स्वार्थ से कलंकित रहेगी।
शाह ने कहा, ‘‘दिल्ली के लोग समझदार हैं और वे धोखा नहीं खाएंगे। केजरीवाल को उनके कामों के लिए करारा जवाब देना चाहिए।’’ उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘ईमानदार और जवाबदेह’’ सरकार देने के लिए प्रतिबद्ध है।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही, यहां की सत्ता पर काबिज होने की कोशिशें तेज होने की उम्मीद है। भाजपा और ‘आप’ दोनों ही अपने प्रचार अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
दिल्ली में विधानसभा चुनाव फरवरी में प्रस्तावित हैं।
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