पटना, एक मई राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पता होना चाहिए कि भारत रत्न दिवंगत कर्पूरी ठाकुर ‘‘सभी पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के पक्ष में थे, चाहे वे किसी भी धर्म के हों।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने आरोप लगाया था राजद की सहयोगी कांग्रेस ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का कोटा ‘‘छीनकर’’ इसे अपने ‘‘वोट बैंक’’ को दे दिया। तेजस्वी यादव इसी आरोप पर जवाब दे रहे थे।
यादव ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रधानमंत्री को गलत जानकारी है। उन्हें पता होना चाहिए कि कर्पूरी ठाकुर ने क्या कहा था। दिवंगत नेता सभी पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण के पक्ष में थे, चाहे वे किसी भी धर्म हों।’’
उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) को भी अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहा।
यादव ने पूछा, ‘‘कर्पूरी ठाकुर ने जो कहा है, क्या वे उससे सहमत हैं या नहीं?’’
उन्होंने दावा किया, ‘‘जब कर्पूरी जी पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने तो राज्य में सभी पिछड़े वर्गों को आरक्षण का लाभ मिला, चाहे वे किसी भी धर्म के हों।’’
अररिया और मुंगेर में 27 अप्रैल को चुनावी रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि वह सभी मुस्लिम, चाहे उनकी आर्थिक स्थिति कैसी भी हो, को पिछड़ी जातियों की सूची में शामिल करके ओबीसी के 27 प्रतिशत आरक्षण को लूटने के अपने ‘‘कर्नाटक मॉडल’’ को लागू करने की कोशिश कर रही है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर जद-यू प्रमुख नीतीश कुमार के साथ-साथ यादव के पिता एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद के राजनीतिक गुरु रहे थे। ठाकुर को इस साल की शुरुआत में सर्वोच्च नागरिक सम्मान के लिए चुना गया था।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस कदम का उद्देश्य भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए ओबीसी और अत्यंत पिछड़े वर्गों के बीच अपना जनाधार को बढ़ाना है।
यादव ने कहा, ‘‘एक बात मुझे अवश्य कहनी है... हमारा संविधान और हमारी चुनाव प्रक्रिया...सब कुछ खतरे में है। सूरत में क्या हुआ...मतदान से पहले ही भाजपा ने लोकसभा सीट जीत ली। वे लोगों से वोट देने का अधिकार भी छीनना चाहते हैं।’’
यादव सूरत से भाजपा के उम्मीदवार मुकेश दलाल का जिक्र कर रहे थे जो निर्विरोध चुने गए हैं।
बिहार में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बृहस्पतिवार को चार चुनावी रैलियों के बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, ‘‘और लोगों को बुला लें... ट्रंप (पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प) को बुला लें, पुतिन (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन) को बुला लें... कुछ नहीं होने वाला ।’’
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