Jharkhand Illegal Mining Case: ईडी ने ताजा छापेमारी में दो एके राइफल, 60 कारतूस बरामद किये
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड में कथित अवैध खनन के मामले में जारी धनशोधन की जांच के तहत बुधवार को नये सिरे से छापेमारी की और दो एके-47 राइफल तथा 60 कारतूस बरामद किये. यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी.
रांची, 24 अगस्त : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड में कथित अवैध खनन के मामले में जारी धनशोधन की जांच के तहत बुधवार को नये सिरे से छापेमारी की और दो एके-47 राइफल तथा 60 कारतूस बरामद किये. यह जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी. रांची में एक घर से दो हथियार, 60 कारतूस और दो मैगजीन मिलीं तथा सूत्रों ने मकान की पहचान प्रेम प्रकाश नाम के व्यक्ति के परिसर के तौर पर की, जिसे मामले में शामिल बताया जाता है.
संघीय जांच एजेंसी अभियान के तहत झारखंड, पड़ोसी बिहार, तमिलनाडु और दिल्ली- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में करीब 17-20 परिसरों पर छापेमारी कर रही है. सूत्रों ने बताया कि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के राजनीतिक सहयोगी पंकज मिश्रा और मिश्रा के करीबी एवं बाहुबली बच्चू यादव से पूछताछ के बाद ताजा सूचना सामने आने पर यह छापेमारी की गयी. मिश्रा और यादव दोनों को कुछ समय पहले इस मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था. गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने एक ट्वीट में कहा कि प्रकाश ‘‘झारखंड के मुख्यमंत्री और उनके पारिवारिक मित्र अमित अग्रवाल के सहयोगी हैं’’ और उनके (प्रकाश) संबंधों की राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) द्वारा जांच की जानी चाहिए. यह भी पढ़ें : Bihar: हम क्रिकेटर हैं, जिसने कभी न खत्म होने वाली साझेदारी की है, इस बार कोई रन आउट नहीं होगा: गठबंधन पर बोले तेजस्वी यादव
भाजपा के पूर्व नेता एवं वर्तमान में राज्य के निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि प्रेम प्रकाश को एके-47 राइफलें कैसे मिलीं और इस बात की संभावना है कि इसका कोई आतंकवादी संबंध हो. ईडी की जांच तब शुरू हुई जब एजेंसी ने अवैध खनन और जबरन वसूली के कथित मामलों के संबंध में आठ जुलाई को मिश्रा और उनके कथित सहयोगियों के परिसरों पर छापा मारा था जिनमें झारखंड के साहिबगंज, बरहेट, राजमहल, मिर्जा चौकी और बरहरवा सहित 19 स्थान शामिल थे. ईडी ने मार्च में मिश्रा और अन्य के खिलाफ धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत एक मामला दर्ज करने के बाद छापेमारी शुरू की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि मिश्रा ने ‘‘अवैध रूप से बड़ी संपत्ति हड़प ली या अपने नाम करा ली’’.
जुलाई की छापेमारी के तुरंत बाद, ईडी ने 50 बैंक खातों में पड़े 13.32 करोड़ रुपये की राशि जब्त कर ली थी. एजेंसी ने कहा, ‘‘जांच के दौरान एकत्र किए गए साक्ष्य में विभिन्न व्यक्तियों के बयान, डिजिटल साक्ष्य और दस्तावेज शामिल हैं. इससे पता चला है कि जब्त की गई नकदी या बैंक बैलेंस वन क्षेत्र सहित साहिबगंज क्षेत्र में बड़े पैमाने पर किए जा रहे अवैध खनन से प्राप्त हुआ है.’’ ईडी ने कहा था कि वह इसकी जांच कर रहा है कि झारखंड में अवैध खनन कार्यों से ‘‘अपराध से अर्जित’’ 100 करोड़ रुपये किस रास्ते से आये और कहां गये.