Jharkhand: 5 साल की उम्र में परिवार से बिछड़ गया था दुमका का युवक, वीडियो कॉल पर पहचाना अपना गांव, 13 साल बाद पहुंचा अपने घर

नियति कब किसी व्यक्ति को कहां ले जाए इसका पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता. झारखंड के दुमका के रहने वाले दीपक देहरी के लिए यह कथन सच साबित हुआ है. दीपक पांच साल की उम्र में अपने परिवार से बिछड़ गए थे और अब 13 साल बाद दोबारा परिवार से मिल पाए हैं. बचपन में परिवार से बिछड़ने के बाद दीपक ने अपने गांव से करीब 1700 किलोमीटर दूर राजस्थान के बीकानेर में स्थित एक बाल गृह में रहकर 13 साल बिताए.

मोबाइल (Photo Credits: Pixabay)

नियति कब किसी व्यक्ति को कहां ले जाए इसका पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता. झारखंड (Jharkhand) के दुमका (Dumka) के रहने वाले दीपक देहरी (Deepak Dehri) के लिए यह कथन सच साबित हुआ है. दीपक पांच साल की उम्र में अपने परिवार (Family) से बिछड़ गए थे और अब 13 साल बाद दोबारा परिवार से मिल पाए हैं. बचपन में परिवार से बिछड़ने के बाद दीपक ने अपने गांव से करीब 1700 किलोमीटर दूर राजस्थान (Rajasthan) के बीकानेर (Bikaner) में स्थित एक बाल गृह (Children’s Home) में रहकर 13 साल बिताए. यह भी पढ़ें- Bihar के अररिया में चोर को पकड़ने के लिए JCB मशीन से हुई नाले की खुदाई, Video देखकर समझिए पूरा मामला.

अब 18 साल के हो चुके दीपक ने वीडियो कॉल (Video Call) पर मसानजोर बांध (Massanjore Dam) और अपने गांव (Village) के दृश्यों को पहचान लिया. इसके बाद वह अपने परिवार से मिल पाया.

मसानजोर पुलिस स्टेशन (Massanjore Police Station) के प्रभारी चंद्रशेखर चौबे (Chandrashekhar Choubey) ने ‘पीटीआई-’ को बताया कि पहाड़िया जनजाति (Paharia Primitive Tribe) से संबंध रखने वाले दीपक जब पांच साल के थे उनके पिता (Father) का निधन हो गया था. उसके बाद दीपक की मां (Mother) ने उसे छोड़ दिया.

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