जम्मू, 21 नवंबर जम्मू में नाबालिग बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पेट्रोल पंपों ने 'नाबालिगों द्वारा चलाए जा रहे वाहनों के लिए ईंधन नहीं'' संबंधी पोस्टर लगाए हैं।
जम्मू-कश्मीर स्कूल शिक्षा निदेशालय (डीएसई) ने भी एक परिपत्र जारी कर नाबालिग विद्यार्थियों के दोपहिया सहित मोटर वाहन चलाकर स्कूल आने पर रोक लगा दी है।
यह पोस्टर सबसे पहले जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर गांधी नगर क्षेत्र के पेट्रोल पंपों पर लगाया गया, जिसमें लिखा था, ‘‘नाबालिगों के लिए ईंधन नहीं’’
पेट्रोल पंप के एक कर्मचारी ने कहा, ‘‘पोस्टर में विशेष रूप से बिना हेलमेट के दोपहिया या चार पहिया वाले वाहन चलाने वाले नाबालिगों पर ध्यान केंद्रित किया गया है, जिसका उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। ’’
इस कदम की लोगों ने सराहना की है।
श्रीनगर के टेंगपोरा इलाके के पास 14 नवंबर को दो वाहनों की टक्कर में दो लड़कों की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना ने घाटी में नाबालिगों द्वारा वाहन चलाने और सड़क सुरक्षा को लेकर एक नयी बहस को जन्म दिया है।
डीएसई ने एक आदेश जारी कर नाबालिग विद्यार्थियों को दोपहिया और चार पहिया वाले वाहनों सहित मोटर वाहन चलाकर स्कूल आने पर रोक लगा दी है।
जम्मू-कश्मीर स्कूल शिक्षा निदेशालय ने बृहस्पतिवार को जारी एक परिपत्र में कहा, ‘‘ यह बात संज्ञान में आई है कि कम उम्र के कुछ छात्र स्कूल या कोचिंग सेंटर जाते समय वाहन चलाते हैं। इस तरह के कृत्य से सड़क दुर्घटनाएं होने, सार्वजनिक सुरक्षा को खतरा होने की आशंका है और यह मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों का भी उल्लंघन है। ’’
डीएसई के निर्देश में स्कूलों और कोचिंग सेंटरों को निर्देश दिया गया कि वे छात्रों और अभिभावकों को कम उम्र में वाहन चलाने से होने वाले खतरों और जोखिमों के बारे में समुचित रूप से जागरूक करें।
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