श्रीनगर, 11 नवंबर: जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल डल झील में शनिवार तड़के एक शिकारे (हाउसबोट) में भीषण आग लग जाने से तीन विदेशी पर्यटकों की मौत हो गयी. माना जा रहा है कि ये तीनों बांग्लादेश के थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि डल झील के घाट संख्या नौ के पास जलकर खाक हुए इस शिकारे से इन पर्यटकों के शव मिले हैं जो इतना जल चुके हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है.
जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर पर्यटकों के लिए यह लोकप्रिय स्थल है. अधिकारियों के अनुसार, डल झील में लगी भीषण आग में पांच हाउसबोट और उनसे जुड़ी इतनी ही झोपड़ियां जल गयीं। उन्होंने बताया कि आग लगने की वजह फिलहाल पूरी तरह स्पष्ट नहीं हो पाई है. उन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि तड़के उष्मासंबंधी उपकरण में गड़बड़ी की वजह से एक हाउसबोट में आग लग गयी.
उन्होंने बताया कि जान गंवाने वालों की पहचान स्थापित करने के लिए उनके डीएनए नमूने लिये गये हैं. उनके अनुसार हाउसबोट संचालकों द्वारा रखे जा रहे रिकार्ड के मुताबिक माना जा रहा है कि वे बांग्लादेश के थे और उनमें एक महिला थी. अधिकारियों ने बताया कि जान गंवाने वालों के डीएनए का उनके परिवार के सदस्यों के साथ मिलान किया जाएगा और फिर उनके शव उन्हें सौंपे जायेंगे.
उन्होंने बताया कि आग सुबह करीब सवा पांच बजे लगी जिसमें करोड़ों रुपये की संपत्ति नष्ट हो गयी. उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों, अग्निशमन कर्मियों और आपात सेवा के कर्मियों की कोशिश से आग पर काबू पाया जा सका. डल और निगीन झीलों में चलने वाले हाउसबोट में आग की यह दूसरी बड़ी घटना है। अप्रैल, 2022 में निगीन झील में भयानक आग में सात हाउसबोट खाक हो गये थे लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ था. विदेशी पर्यटकों के बीच निगीन झील भी बहुत लोकप्रिय है.
अधिकारियों के अनुसार श्रीनगर के उपायुक्त मोहम्मद एजाज और पर्यटन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने डल झील का दौरा किया और क्षतिग्रस्त हाउसबोट के पुनर्निर्माण में सभी संभव सहायता देने का आश्वासन दिया. कश्मीर वाणिज्य एवं उद्योग मंडल ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया है.
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