देश की खबरें | जम्मू-कश्मीर कांग्रेस ने आजाद पर लगाया ‘निजी हित’ के लिए पार्टी को कमजोर करने का आरोप, किया प्रदर्शन

जम्मू, दो मार्च कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का यहां मंगलवार को पुलता फूंका और उन पर अपने ‘‘निजी हितों’’ की खातिर पार्टी को कमजोर करने के लिए भाजपा के इशारे पर कांग्रेस के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया।

इन कांग्रेस कार्यकर्ताओं, विशेषकर युवा कार्यकर्ताओं ने आजाद को पार्टी से निकाले जाने की मांग की। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ अपनी तरह का यह पहला प्रदर्शन ऐसे समय में किया गया है, जब आजाद का राज्यसभा सदस्य के तौर पर कार्यकाल पूरा होने पर उन्हें सम्मानित करने के लिए कुछ ‘जी-23’ नेताओं ने एक रैली को संबोधित किया था। ऐसा माना जा रहा है कि यह पार्टी नेतृत्व को संदेश देने के लिए अपनी ताकत दिखाने का तरीका था।

कांगेस के 23 नेताओं ने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को पत्र लिखा था और पार्टी में संगठनात्मक बदलाव करने के साथ ही पूर्णकालिक पार्टी अध्यक्ष की मांग की थी। तभी से इन नेताओं के समूह को ‘जी-23’ भी कहा जाता है।

जिला विकास परिषद (डीडीसी) के सदस्य एवं जम्मू कश्मीर कांग्रेस के पूर्व महासचिव मोहम्मद शाहनवाज चौधरी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर को यहां प्रेस क्लब के बाहर एकत्र हुए। उन्होंने आजाद का पुतला फूंका तथा उनके खिलाफ और सोनिया गांधी एवं उनके बेटे राहुल गांधी के समर्थन में नारे लगाए।

जम्मू-कश्मीर प्रदेश युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष चौधरी ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने हमेशा उन्हें (आजाद को) शीर्ष पर रखा और जब पार्टी को संकट के इस समय उनके अनुभव की आवश्यकता थी, तो वह जम्मू-कश्मीर आए और उन्होंने हमसे राज्य का दर्जा छीनने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ की। यह स्पष्ट है कि वह अपने निजी हित की खातिर पार्टी को कमजोर करने के लिए भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं।’’

पुंछ के सुरनकोट-ए निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर डीडीसी चुनाव जीतने वाले चौधरी ने आजाद पर कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया और उन्हें पार्टी से निष्कासित किए जाने की मांग की।

चौधरी ने कहा कि वे अपना गुस्सा जाहिर करने के लिए सड़कों पर उतरे हैं।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने दशकों तक उन्हें (आजाद) तैयार किया, उन्हें कई बार राज्यसभा भेजा और उन्हें जम्मू-कश्मीर का मुख्यमंत्री बनाया। जब कांग्रेस संकट में हैं, तो उन्हें पार्टी को मजबूत करने के लिए अपने अनुभव का इस्तेमाल करना चाहिए था, लेकिन वह जी-23 नेताओं के एक समूह के साथ जम्मू-कश्मीर आते हैं और अपने निजी हितों की खातिर पार्टी को कमजोर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हैं।’’

चौधरी ने कहा कि सोनिया और राहुल हर पार्टी कार्यकर्ता के ‘‘वास्तविक नेता’’ है और आजाद उनके खिलाफ षड्यंत्र रच रहे हैं।’’

आजाद ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि वह एक चाय बेचने वाले के रूप में अपने अतीत के बारे में खुलकर बोलते हैं तथा दुनिया से अपने अतीत को छिपाने की कोशिश नहीं करते।

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