नयी दिल्ली, 26 अगस्त करोड़ों रुपये के कथित चिटफंड घोटाले में आरोपी और तिहाड़ जेल में बंद पर्ल्स ग्रुप के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक निर्मल सिंह भंगू का सोमवार को पश्चिमी दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में इलाज के दौरान निधन हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि 68 वर्षीय भंगू कई बीमारियों से पीड़ित थे और हाल ही में उनकी किडनी ट्रांसप्लांट की सर्जरी हुई थी। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद वह 2016 से तिहाड़ जेल में बंद थे।
तिहाड़ जेल सूत्रों के मुताबिक, रविवार शाम 6.25 बजे बेचैनी की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था।
आधिकारिक सूत्र ने बताया कि भंगू जेल नंबर 8-9 में बंद थे और उन्हें पहले जेल की डिस्पेंसरी ले जाया गया, जहां से उन्हें डीडीयू अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान रात करीब 12.30 बजे उनकी मौत हो गई।
सूत्रों के अनुसार, वह कोरोनरी धमनी रोग, किडनी प्रत्यारोपण के बाद की जटिलताओं, पेट में तकलीफ, घबराहट, उच्च सीरम क्रिएटिनिन स्तर और उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों से पीड़ित थे।
पीएसीएल (पर्ल्स एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड) और इसके प्रवर्तक एवं निदेशक, जिनमें निर्मल सिंह भंगू भी शामिल हैं, निवेशकों को चिट फंड योजनाओं के माध्यम से एकत्र किए गए 49,100 करोड़ रुपये वापस करने में कथित रूप से विफल रहने के लिए कानूनी लड़ाई में उलझे हुए थे।
सेबी के अनुसार, पीएसीएल को पर्ल्स ग्रुप के रूप में भी जाना जाता है, जिसने कृषि और रियल एस्टेट व्यवसायों के लिए जनता से पैसा जुटाया था। समूह ने कथित तौर पर 18 साल की अवधि में अवैध सामूहिक निवेश योजनाओं (सीआईएस) के माध्यम से 49,100 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए गए थे।
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