जयपुर, 30 जनवरी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर कहा कि देश में भाईचारे, प्रेम, सौहार्द तथा सामाजिक समरसता की भावना को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी है कि राष्ट्रपिता के विचार जन-जन तक पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी के सिद्धांतों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार समर्पित भाव से काम कर रही है।
गहलोत रविवार को शहीद दिवस के अवसर पर’विश्व के गांधी’ विषय पर व्याख्यान तथा झुंझुनूं जिला कलक्ट्रेट परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा, “ दुनिया में आतंकवाद, हिंसा, कट्टरता तथा परस्पर अविश्वास का जो माहौल बना हुआ है, उसमें गांधी जी के सिद्धान्त हमें सही राह दिखा सकते हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्टिन लूथर किंग जूनियर, अल्बर्ट आइंस्टीन तथा नेल्सन मंडेला जैसे विश्व के प्रमुख महापुरूषों को गांधीजी ने अपने विचारों एवं कृतित्व से प्रभावित किया।
उन्होंने कहा ‘‘ गांधीजी के अहिंसा के सिद्धान्त को संयुक्त राष्ट्र ने भी मान्यता दी। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी के प्रयासों से संयुक्त राष्ट्र ने प्रस्ताव पारित किया और बापू के जन्म दिवस को ‘अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।”
गहलोत ने कहा कि महात्मा गांधी की शिक्षाओं को आमजन तक पहुंचाने के लिए जयपुर में महात्मा गांधी संस्थान और गांधी दर्शन संग्रहालय बनाया जा रहा है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)