नयी दिल्ली, 18 दिसंबर भारत ने बुधवार को नयी दिल्ली और बीजिंग के बीच समग्र संबंधों को बढ़ावा देने के लिए वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने सीमा के मसले पर चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ व्यापक बातचीत की।
विशेष प्रतिनिधि वार्ता की रूपरेखा के तहत वार्ता बीजिंग में हुई।
डोभाल और वांग सीमा वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि (एसआर) हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘एसआर ने सीमा के प्रश्न के समाधान के लिए निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य ढांचे की मांग करते हुए समग्र द्विपक्षीय संबंधों के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य को बनाए रखने के महत्व को दोहराया और इस प्रक्रिया में और अधिक जीवंतता लाने का संकल्प लिया।’’
उसने कहा कि डोभाल और वांग दोनों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए सीमा क्षेत्रों में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने के महत्व को रेखांकित किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘उन्होंने जमीन पर शांतिपूर्ण स्थितियां सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि सीमा पर मुद्दे द्विपक्षीय संबंधों के सामान्य विकास को बाधित न करें।’’
उसने एक बयान में कहा, ‘‘2020 की घटनाओं से सीख लेते हुए, उन्होंने सीमा पर शांति और स्थिरता बनाए रखने तथा प्रभावी सीमा प्रबंधन को आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न उपायों पर चर्चा की।’’
बयान में कहा गया, ‘‘उन्होंने इस उद्देश्य के लिए प्रासंगिक कूटनीतिक और सैन्य तंत्रों का उपयोग, समन्वय तथा मार्गदर्शन के लिए करने का निर्णय लिया।’’
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