विदेश की खबरें | रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा होना मुश्किल: चीन
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा, "बैठक में चीन की उम्मीदें पूरी होना कठिन प्रतीत होता है।"

माओ ने कहा, ‘‘बैठक के लिए व्यवस्था एवं चीनी पक्ष की मांग और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सामान्य अपेक्षाओं के बीच अब भी काफी अंतर है।"

माओ ने कोई विस्तृत विवरण दिये बिना कहा कि चीन ने "संबंधित पक्षों को हमारे विचारों और चिंताओं से अवगत करा दिया है" और वह सभी संबंधित पक्षों के साथ संपर्क बनाए रखेगा।

चीन संघर्ष में तटस्थ होने का दावा करता है, लेकिन उसने रूस का पुरजोर समर्थन किया है। चीन ने हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की राजकीय यात्रा की मेजबानी भी की थी।

पुतिन ने बुधवार को चीन की सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी के साथ एक साक्षात्कार में चीनी नेता शी चिनफिंग के साथ अपने संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा, "राष्ट्रपति शी चिनफिंग सम्मानपूर्ण, मैत्रीपूर्ण, खुली और साथ ही साथ व्यावसायिक संवाद शैली अपनाते हैं।" पुतिन ने कहा, "हमारी प्रत्येक बैठक न केवल पुराने मित्रों के बीच एक संवाद होती है... बल्कि इस दौरान द्विपक्षीय और अंतराष्ट्रीय एजेंडे के सर्वाधिक प्रासंगिक मुद्दों पर विचारों का उपयोगी आदान-प्रदान भी होता है।"

पुतिन ने यूक्रेन के लिए बीजिंग की शांति योजना की सराहना की, जिसे मोटे तौर पर खारिज कर दिया गया है और जिसके तहत मॉस्को को कब्जाई गई भूमि को वापस करने की कोई आवश्यकता नहीं जताई गई थी। पुतिन ने कहा, "हम यूक्रेन संकट को हल करने के लिए चीन के दृष्टिकोण की सराहना करते हैं।"

स्विट्जरलैंड ने युद्ध समाप्त करने की उम्मीद में आने वाले दिनों के लिए वार्ता का प्रस्ताव रखा था लेकिन मॉस्को या कीव द्वारा इसका समर्थन नहीं किया गया।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)