श्रीनगर, पांच जून पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने रविवार को सवाल किया कि क्या केंद्र इतना कमजोर है कि वह कश्मीर में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन का सामना नहीं कर सकता है।
मुफ्ती की टिप्पणी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कश्मीर में हत्याओं को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में केंद्र के खिलाफ एक रैली को संबोधित करने के बीच आई है।
मुफ्ती ने कहा कि यह विडंबना है कि घाटी के राजनीतिक दलों को अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों की हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है, जबकि अन्य राज्यों में दलों को इसकी अनुमति है।
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘विडंबना यह है कि कश्मीर में मुख्यधारा के दलों को अल्पसंख्यकों की हत्याओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई। क्या इसे जम्मू कश्मीर में सामान्य स्थिति के बिगड़ने को लेकर भारत सरकार की घबराहट के रूप में देख सकते हैं? या वे शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का सामना करने में सक्षम नहीं हैं?’’
नयी दिल्ली के जंतर मंतर पर रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) की ‘‘जन आक्रोश रैली’’ को संबोधित करते हुए, केजरीवाल ने कश्मीर में आतंकी गतिविधियों का समर्थन करने का आरोप लगाते हुए पाकिस्तान पर निशाना साधा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कश्मीर में लक्षित हत्याओं के खिलाफ आयोजित रैली में कहा, ‘‘मैं पाकिस्तान से कहना चाहता हूं कि वह छोटी-छोटी चालबाजियां बंद करे। कश्मीर हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा।’’
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