देश की खबरें | खरगोन हिंसा पर जांच खुफिया और पुलिस प्रशासन की विफलता की होनी चाहिए : दिग्विजय सिंह

ग्वालियर/ भोपाल, 11 अप्रैल कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने रामनवमी पर खरगोन शहर में हुई हिंसा के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है और प्रदेश कांग्रेस ने इसकी जांच के लिए पार्टी की ‘तथ्यान्वेषी’ समिति की घोषणा की है।

रविवार को रामनवमी के अवसर पर जुलूस के दौरान पथराव, आगजनी के बाद खरगोन शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। सोमवार को अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के मामले में अब तक 84 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

कांग्रेस नेता सिंह ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘खरगोन की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन पुलिस तैयार नहीं थी। प्रशासन ने भी ध्यान नहीं दिया। इस घटना के लिए पुलिस और प्रशासन जिम्मेदार हैं। गहन जांच की जानी चाहिए।’’

उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। सिंह सोमवार को कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन में शामिल होने ग्वालियर पहुंचे थे।

इससे पहले दिन में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि जिन घरों से पत्थर फेंके गए थे, उन्हें मलबे में बदल दिया जाएगा। उनके बयान के बाद जिला प्रशासन ने आरोपियों के मकानों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है।

सिंह ने कहा कि मिश्रा को रविवार की हिंसा की जांच ‘‘खुफिया विभाग की विफलता और अपर्याप्त पुलिस तैनाती’’ के लिए करनी चाहिए।

कांग्रेस सांसद ने सवाल किया, ‘‘रविवार को जब लोग (रामनवमी जुलूस) में भाग ले रहे थे तो पुलिस की व्यवस्था क्यों नहीं की गई और प्रदेश की खुफिया सूचना क्यों विफल रही... इसकी जांच होनी चाहिए।’’

वहीं, कांग्रेस के एक अन्य नेता ने कहा कि पार्टी की पांच सदस्यीय ‘तथ्यान्वेषी’ समिति प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख कमलनाथ को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

इस समिति में पूर्व मंत्री और विधायक सज्जन सिंह वर्मा अध्यक्ष के तौर पर जबकि पूर्व मंत्री मुकेश नायक और बाला बच्चन तथा पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी और पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रमुख शेख अलीम सदस्य के रुप में शामिल किए गए हैं।

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