राजगढ़: मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) पुलिस ने नकली नोट (Fake Note) बनाने और उनको बाजार में चलाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह (Inter-State Gang) का खुलासा किया है. इस सिलसिले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार (Arrest) किया है. पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रदीप शर्मा (Pradeep Sharma) ने रविवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि पुलिस ने दो हजार और पांच सौ के नोट के कुल 54 लाख रुपये मूल्य के नकली नोट बरामद किए हैं. Madhya Pradesh Shocker: ट्रक की टक्कर से मोटरसाइकिल पर सवार एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
उन्होंने बताया कि यह गिरोह देश के दक्षिणी राज्यों में भी नकली नोटों की आपूर्ति में शामिल था. एसपी ने बताया कि 26 जून को पुलिस ने राजगढ़ जिले के जीरापुर से दो लोगों को एक लाख रुपये मूल्य के दो हजार के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था.
उन्होंने बताया कि इन दो आरोपियों से पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने बाद में दो और लोगों को गिरफ्तार किया. इनमें एक मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले और दूसरा छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले का रहने वाला है.
अधिकारी ने बताया कि दुर्ग से गिरफ्तार किए गए व्यक्ति ने नकली नोट बनाने के लिए अपने घर पर ही प्रिंटर सहित तमाम उपकरण जुटाए हुए थे. उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास के कुल 54 लाख रुपये मूल्य के नकली नोट बरामद किए गए हैं. इन नकली नोटों के आपूर्ति दक्षिण के राज्यों में की जानी थी.
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के पास से एक करोड़ रुपये मूल्य की नकली नोट छापने की सामग्री और उपकरण बरामद किए गए हैं. अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि इस साल फरवरी से अब तक 50 लाख रुपये के नकली नोटों की आपूर्ति अलग-अलग लोगों को की गई है.
उन्होंने बताया कि दुर्ग से गिरफ्तार किए गए व्यक्ति के पास से पांच प्रिंटर, दो पेपर कटर, एक लैपटॉप, एक कम्प्यूटर, वाटर मार्क फ्रेम, स्याही और नकली नोट छापने के लिए इस्तेमाल होने वाला कागज भी बरामद किए गए हैं.
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