मुंबई, 15 अक्टूबर भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) के चेयरमैन सुभाष खुंटिया ने बृहस्पतिवार को स्वास्थ्य बीमा कंपनियों से मधुमेह, किडनी की समस्या जैसी बीमारियों पर केंद्रित उत्पाद लाने को कहा। साथ ही उन्होंने पॉलिसीधारकों को रोग निरोधी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर भी ध्यान देने को कहा।
पीएफआरडीए चेयरमैन ने कहा कि स्वास्थ्य बीमा कंपनियों को लोगों की जरूरतों के अनुसार नये-नये उत्पाद लाने चाहिए।
यह भी पढ़े | Rahul Gandhi Attack on Modi Government: राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर किया हमला, कही ये बात.
खुंटिया ने उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के स्वास्थ्य बीमा सम्मेलन में कहा, ‘‘मैं बीमा कंपनियों से बीमारी केंद्रित और उत्पाद बनाने का आग्रह करूंगा। जैसे मधुमेह, हृदय या किडनी संबंधित बीमारियों के लिये अलग से उत्पाद बनाये जा सकते हैं।’’
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के बीमारी केंद्रित उत्पादों के तहत बीमा कंपनियां विशेषज्ञ डॉक्टरों को जोड़ सकती हैं ताकि पॉलिसीधारकों को विभिन्न बीमारियों से बचने के उपायों के बारे में अवगत कराया जा सके।
यह भी पढ़े | Monalisa Hot Photo: वजन घटाने के बाद भोजपुरी क्वीन मोनालिसा ने दिखाई अपनी कातिल अदाएं, पहनी हॉट ड्रेस.
खुंटिया ने यह भी कहा कि अभी बड़ी संख्या में स्वास्थ्य बीमा 40 से 50 साल के आयु वर्ग के लोग ले रहे हैं। बीमा कंपनियों को युवा आबादी को आकर्षित करने की कोशिश करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर अधिक संख्या में युवा आबादी स्वास्थ्य बीमा लेती है, और चूंकि संभव है, उनमें से ज्यादातर बीमार नहीं पड़े, इससे वे स्वास्थ्य बीमा कोष में योगदान दे सकेंगे। इससे अन्य लोगों को लाभ होगा।’’
उन्होंने युवाओं को आकर्षित करने के लिये ऐसे जांच या इलाज को बीमा उत्पाद में शामिल करने का सुझाव दिया, जिसके लिये अस्पताल में 24 घंटे भर्ती होने की जरूरत नहीं है।
खुंटिया ने सुझाव दिया कि बीमा कंपनियां अपने उत्पादों में परिवारिक चिकित्सकों, सालाना स्वास्थ्य जांच, टीके आदि को शामिल कर सकती हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)