देश की खबरें | इंफोसिस पुरस्कार छह क्षेत्रों में शानदार योगदान के लिए प्रदान किए गए

बेंगलुरु, दो दिसंबर इंफोसिस पुरस्कार 2021 बृहस्पतिवार को मौजूदा समय की कुछ बड़ी चुनौतियों का समाधान करने के लिए विज्ञान एवं अनुसंधान में शानदार योगदान देने को लेकर प्रदान किए गए।

इन चुनौतियों में कोविड-19 जैसे घातक रोग की त्वरित जांच के लिए स्वदेशी मंच तैयार करना और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का अध्ययन शामिल है।

इंफोसिस साइंस फाउंडेशन ने छह क्षेत्रों, इंजीनयरिंग एवं कंप्यूटर साइंस, मानविकी, लाइफ साइंस, गणित विज्ञान, फिजिकल साइंस सामाजिक विज्ञान में यह पुरस्कार प्रदान किए है।

फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि पुरस्कार में एक स्वर्ण पदक, एक प्रशस्ति पत्र और 1,00,000 डॉलर शामिल है।

फाउंडेशन ने कहा कि इंफोसिस पुरस्कार भारत में विज्ञान एवं अनुसंधान के क्षेत्र में सर्वोच्च पुरस्कार है जो विज्ञान, अनुसंधान तथा प्रौद्योगिकी में योगदान के लिए असाधारण प्रतिभा को प्रोत्साहन देता है।

बयान के अनुसार प्रो. अरविंद (मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) को इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान के लिए, प्रो. कौशिक बसु (कॉर्नेल विश्वविद्यालय और पूर्व एसवीपी, विश्व बैंक) को सामाजिक विज्ञान के लिए, प्रो. अकील बिलग्रामी (कोलंबिया विश्वविद्यालय) को मानविकी के लिए, प्रो. चंद्रशेखर खरे (कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स) को गणितीय विज्ञान के लिए, प्रो. श्रीनिवास कुलकर्णी (कैलिफ़ोर्निया प्रौद्योगिकी संस्थान) को भौतिक विज्ञान के लिए और प्रो. मृगांका सुर (मैसाचुसेट्स प्रौद्योगिकी संस्थान) को जीवन विज्ञान के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया।

यह पुरस्कार डिजिटल माध्यम से आयोजित एक कार्यक्रम में दिया गया।

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