विदेश की खबरें | इंडोनेशिया के नवनियुक्त राष्ट्रपति सुबियांतो ने 1966 के बाद के सबसे बड़े मंत्रिमंडल की घोषणा की
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

उन्होंने इंडोनेशिया के झंडे के रंगों का संदर्भ देते हुए अपने कैबिनेट मंत्रियों, उपमंत्रियों और राष्ट्रीय एजेंसियों के प्रमुखों को ‘‘रेड एंड व्हाइट कैबिनेट’’ नाम दिया।

सुबियांतो रविवार को दक्षिण पूर्व एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के आठवें राष्ट्रपति बने।

पूर्व राष्ट्रपति जोको विडोडो के मंत्रिमंडल में 34 मंत्री और सरकारी एजेंसियों के प्रमुख थे।

सुबियांतो का मंत्रिमंडल 1966 के बाद सबसे बड़ा मंत्रिमंडल है। 1966 में इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो ने, 1965 के असफल तख्तापलट के बाद अत्यंत तनावपूर्ण राजनीतिक स्थिति में 132 मंत्रियों का भारी-भरकम मंत्रिमंडल गठित किया था। उनके तथाकथित ‘द्विकोरा कैबिनेट 2’ को एक महीने बाद ही बर्खास्त कर दिया गया था।

सुबियांतो ने पहले कहा था कि उन्हें एक मजबूत प्रशासन की जरूरत है, हालांकि विश्लेषकों का कहना है कि उनका बड़ा मंत्रिमंडल नौकरशाही को बढ़ावा देगा।

पिछले हफ्ते अपने आवास पर साक्षात्कार के लिए 100 से ज्यादा लोगों को आमंत्रित करने से पहले सुबियांतो ने कहा था, ‘‘मैं एक मजबूत सरकार बनाना चाहता हूं जो हमारे बहुसांस्कृतिक समाज और विविध राजनीतिक हितों को एकजुट करेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह एक बड़ा गठबंधन होगा, और कुछ लोग कहेंगे कि मेरा मंत्रिमंडल विशाल है।’’

मंत्रिमंडल में सात दलों के गठबंधन के नेता शामिल हैं, जिन्होंने फरवरी के चुनाव में सुबियांतो की जीत का समर्थन किया था। विडोडो के मंत्रिमंडल से संबद्ध लोग भी इनमें शामिल हैं क्योंकि सुबियांतो ने उन्हें अपने पद पर बने रहने के लिए पुनः नियुक्त किया है।

विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम चुनाव में विडोडो के मौन समर्थन का इनाम है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)