कोविड-19 टीकों का निर्यात बहाल करने का भारत का फैसला महत्वपूर्ण : डब्ल्यएूचओ प्रमुख

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख टेड्रोस एधनोम गेब्रेयेसस ने कोविड-19 रोधी टीकों का निर्यात बहाल करने के भारत के फैसले की प्रशंसा की और इस साल के अंत तक सभी देशों में 40 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में इसे ‘‘महत्वपूर्ण घटनाक्रम’ बताया.

प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

न्यूयॉर्क, 22 सितंबर : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस एधनोम गेब्रेयेसस ने कोविड-19 रोधी टीकों का निर्यात बहाल करने के भारत के फैसले की प्रशंसा की और इस साल के अंत तक सभी देशों में 40 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करने की दिशा में इसे ‘‘महत्वपूर्ण घटनाक्रम’ बताया. भारत ने सोमवार को कहा कि वह ‘‘वैक्सीन मैत्री’’ कार्यक्रम के तहत 2021 की चौथी तिमाही में कोविड-19 रोधी अतिरिक्त टीकों का निर्यात बहाल करेगा.

बहरहाल, स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि भारतीय नागरिकों को टीका लगाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है. डब्ल्यूएचओ महानिदेशक गेब्रेयेसस ने मांडविया को टैग करते हुए ट्वीट किया, ‘‘अक्टूबर में भारत के कोवैक्स को कोविड-19 रोधी टीकों की महत्वपूर्ण खेप की आपूर्ति बहाल करने की घोषणा करने के वास्ते स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया का शुक्रिया. यह भी पढ़ें : COVID-19: अमेरिका में संक्रमण और मौत के मामले बढ़े, बाइडन का घर पर जांच का आग्रह

इस साल के अंत तक सभी देशों में टीकाकरण का 40 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने में सहयोग में यह एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है.’’ भारत ने इस साल अप्रैल में देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रकोप के कारण टीकों का निर्यात बंद कर दिया था.

Share Now

\