पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की हालत पर भारत की टिप्पणी ‘‘बिल्कुल बेबुनियाद’’ : विदेश मंत्रालय

इस्लामाबाद, 20 अप्रैल पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि देश में अल्पसंख्यकों की हालत पर भारत की टिप्पणी ‘‘गैरजिम्मेदाराना’’ और ‘‘बिल्कुल बेबुनियाद’’ है।

भारत ने रविवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की उस टिप्पणी को सिरे से खारिज किया था कि कोरोना वायरस संकट की आड़ में भारत मुसलमानों को निशाना बना रहा है। दरअसल, खान ने सोमवार को ट्वीट कर भारत सरकार पर आरोप लगाया कि वह कोरोना वायरस संकट की आड़ में जानबूझ कर मुसलमान समुदाय को निशाना बना रही है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा था कि पाकिस्तानी नेतृत्व की यह ‘‘अजीबो-गरीब टिप्पणी’’ देश (पाकिस्तान) के आंतरिक हालात से ‘‘निपटने के लचर प्रयासों’’ से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश है।

उन्होंने कहा था, ‘‘कोविड-19 के उन्मूलन पर ध्यान देने के बजाए, वे (पाकिस्तानी नेतृत्व) अपने पड़ोसियों पर आधारहीन आरोप लगा रहे हैं।’’

वह खान की टिप्पणी के संबंध में मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।

श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘अल्पसंख्यकों के मामले में उन्हें (पाकिस्तानी नेतृत्व) यही सलाह है कि वे अपने यहां अल्पसंख्यक समुदायों की सुध लें, जिनके साथ वास्तव में भेदभाव हो रहा है।’’

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘हम भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की गैरजिम्मेदाराना और बिल्कुल बेबुनियाद टिप्पणी को खारिज करते हैं।’’

उसने कहा कि ‘‘भारत में अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार ना सिर्फ भारतीय अल्पसंख्यकों और पड़ोसी देशों बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी चिंता की बात है।’’

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