केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- भारतीय विमानन कंपिनयों में हर साल 120 नए विमान शामिल होने की उम्मीद
सिंधिया के मुताबिक, मौजूदा समय में भारत में लगभग 9,000 पायलट हैं और इनमें से 15 फीसदी महिलाएं हैं, जो वैश्विक औसत यानी कि पांच प्रतिशत से बहुत ज्यादा है. उन्होंने कहा कि घरेलू हवाई यातायात जो प्रतिदिन औसतन 39 लाख यात्रियों का था, वह सार्स-कोव-2 वायरस के ओमीक्रोन संस्करण से आई महामारी की तीसरी लहर के दौरान घटकर रोजाना औसतन 11.6 लाख यात्री रह गया.
हैदराबाद: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने शुक्रवार को नागरिक उड्डनयन (Civil Aviation) क्षेत्र के कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) से उत्पन्न कठिन दौर से उबरने का भरोसा जताया. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भारतीय विमानन कंपनियों (Indian Airlines) के अपने बेड़े में हर साल 110 से 120 नए विमान (Aircraft) शामिल करने की उम्मीद है. एयर इंडिया की दुर्दशा के लिए यूपीए सरकार है जिम्मेदार : ज्योतिरादित्य सिंधिया
हैदाराबाद में आयोजित ‘विंग्स इंडिया 2022 शो’ के उद्घाटन सत्र में नागरिक उड्डयन मंत्री ने यह भी कहा कि विमानन कंपनियों को कई प्रमुख वैश्विक गंतव्यों के बीच संपर्क उपलब्ध कराने के लिए अपने बेड़े में ज्यादा संख्या में बड़े विमान शामिल करने चाहिए.
हवाई यातायात के आंकड़ों में सुधार का विश्वास जताते हुए सिंधिया ने कहा कि घरेलू यात्रियों की संख्या अगले साल प्रति दिन औसतन 41 लाख पर पहुंच सकती है और वर्ष 2024-25 तक इसके यह आंकड़ा पार करने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा, “भारत जबरदस्त विस्तार की दिशा में देख रहा है. विमान सेवाओं के क्षेत्र में विस्तार, हवाईअड्डों के क्षेत्र में विस्तार. इसलिए हवाई बेड़े में वृद्धि भी जरूरी है.”
सिंधिया ने कहा, “वर्ष 2013-14 में जिस देश के पास केवल 400 विमान थे, पिछले सात वर्षों में उसका हवाई बेड़ा लगभग 310 विमानों की वृद्धि के साथ 710 विमानों का हो गया है. और हम आने वाले दिनों में प्रति वर्ष कम से कम 110 से 220 नए विमान शामिल करने का इरादा रखते हैं.”
सिंधिया के मुताबिक, मौजूदा समय में भारत में लगभग 9,000 पायलट हैं और इनमें से 15 फीसदी महिलाएं हैं, जो वैश्विक औसत यानी कि पांच प्रतिशत से बहुत ज्यादा है. उन्होंने कहा कि घरेलू हवाई यातायात जो प्रतिदिन औसतन 39 लाख यात्रियों का था, वह सार्स-कोव-2 वायरस के ओमीक्रोन संस्करण से आई महामारी की तीसरी लहर के दौरान घटकर रोजाना औसतन 11.6 लाख यात्री रह गया.
हालांकि, केंद्रीय मंत्री ने बताया कि मौजूदा समय में घरेलू हवाई यात्रियों का आंकड़ा प्रतिदिन औसतन 38.3 लाख पर पहुंच गया है, जो कोरोनाकाल से पहले के स्तर (औसतन 41 लाख यात्री रोजाना) के काफी करीब है. उन्होंने कहा, “मुझे यकीन है कि अगले साल हम 41 लाख यात्रियों की पूर्व-कोविड संख्या को पार कर लेंगे और भारत में एक नया ऐतिहासिक रिकॉर्ड कायम करेंगे.”
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