भारत नेपाल के साथ बातचीत के जरिए दूर कर लेगा गलतफेमियां: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली, 15 जून: भारत द्वारा लिपुलेख दर्रे तक बनायी गयी सड़क के पूरी तरह भारतीय क्षेत्र में होने की बात पर जोर देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार नेपाल के साथ गलतफहमियों को बातचीत के जरिए हल करने में विश्वास रखती है. सिंह ने उत्तराखंड के लिए एक डिजिटल रैली में दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों को रेखांकित करते हुए कहा कि उनके बीच 'रोटी और बेटी' का संबंध है और दुनिया की कोई ताकत इसे तोड़ नहीं सकती.

उन्होंने कहा, "हमारे बीच केवल ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध नहीं हैं बल्कि आध्यात्मिक संबंध भी हैं और भारत इसे कभी भूल नहीं सकता." उन्होंने कहा, "भारत और नेपाल के बीच संबंध कैसे टूट सकते हैं?" दरअसल नेपाल की संसद ने शनिवार को देश के नए राजनीतिक नक्शे को अद्यतन करने के लिए संविधान में संशोधन के लिए सर्वसम्मति से मतदान किया हैं. वह सीमा पर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण तीन इलाकों पर अपना दावा कर रहा है.

यह भी पढ़ें: भारत का हिस्सा बनना चाहेगा पीओके, यह पूरा क्षेत्र देश का एक अभिन्न अंग है: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह

सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत द्वारा बनाई गई सड़क से यदि नेपाल के लोगों में कोई गलतफहमी हुई है तो उसे बातचीत के जारिए दूर किया जाएगा. रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के लोगों के मन में नेपाल के लिए कोई कड़वाहट हो ही नहीं सकती. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को समाप्त करने, तीन तलाक को समाप्त करने जैसे वादों को पूरा किया है.

उन्होंने कहा कि नेताओं के वादों और उनके कामों में जो अंतर है उसने विश्वसनीयता का संकट पैदा कर दिया था लेकिन मोदी सरकार ने पार्टी के घोषणापत्र में कही गई बातों पर अमल करके इस पर विजय पाई है.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)