कोलकाता, 20 नवंबर ब्रिटेन-भारत व्यापार परिषद (यूकेआईबीसी) ने सोमवार को कहा कि द्विपक्षीय मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) पर बातचीत अगले साल दोनों देशों में होने वाले आम चुनावों से पहले संपन्न हो जानी चाहिए।
भारत और ब्रिटेन के बीच एफटीए पर अबतक 13 दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी अंतिम सहमति बननी बाकी है।
दोनों देशों के बीच व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के लिए गठित निकाय यूकेआईबीसी के प्रबंध निदेशक केविन मैककोल ने कहा, ‘‘भारत और ब्रिटेन में अगले साल आम चुनाव होने हैं, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि प्रस्तावित एफटीए पर बातचीत जल्द पूरी हो जाए। ऐसा नहीं होने पर आम चुनाव के दौरान बातचीत में रुकावट आएगी।’’
उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में आम चुनाव की तारीख अभी तय नहीं है लेकिन यह चुनाव अगले साल मई से नवंबर के बीच हो सकते हैं। वहीं भारत में अगले साल अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में यह जोखिम है कि भारत और ब्रिटेन में चुनाव खत्म होने तक एफटीए पर वार्ता रोकनी पड़ सकती है।’’
मैककोल ने कहा कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय निवेश संधि होने पर ब्रिटेन से भारत में निवेश बढ़ाने में मदद मिलेगी और इसी तरह भारत से भी ब्रिटेन में निवेश बढ़ेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘द्विपक्षीय निवेश संधि पर हस्ताक्षर हो जाने के बाद भारत में ब्रिटेन के वैश्विक निवेश में बड़ी हिस्सेदारी की उम्मीद की जा सकती है।’’
मैककोल ने कहा कि ब्रिटेन भारत से कपड़ों के आयात पर अपना शुल्क कम करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत से आने वाले कपड़े पर 12 प्रतिशत शुल्क लगता है जबकि बांग्लादेश और श्रीलंका से कपड़ा आयात पर शुल्क कम है।’’
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