बालासोर (ओडिशा), 18 दिसंबर भारत ने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम नई पीढ़ी की बैलिस्टिक मिसाइल 'अग्नि पी' का ओडिशा तट के पास डॉ़. ए पी जे अब्दुल कलाम द्वीप से शनिवार को सफल परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने यह जानकारी दी।
इसमें कहा गया है कि 'अग्नि पी' दो चरणों वाली कनस्तरीकृत ठोस प्रणोदक बैलिस्टिक मिसाइल है जिसमें दोहरी अतिरिक्त नौवहन और मार्गदर्शन प्रणाली है। यह परीक्षण पूर्वाह्न 11 बजकर छह मिनट पर किया गया।
डीआरडीओ ने एक बयान में कहा, ‘‘पूर्वी तट के पास स्थित विभिन्न टेलीमेट्री, रडार, इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल स्टेशन और डाउनरेंज पोतों ने मिसाइल प्रक्षेपण पथ और मापदंडों पर नजर रखी। मिसाइल उच्च स्तरीय सटीकता के साथ सभी मिशन उद्देश्यों को पूरा करते हुए अपने लिए निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने में सफल रही।’’
उसने कहा कि इस दूसरे उड़ान-परीक्षण ने प्रणाली में एकीकृत सभी उन्नत प्रौद्योगिकियों के विश्वसनीय प्रदर्शन को साबित किया है। सतह से सतह पर मार करने में सक्षम इस बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता 1,000 से 2,000 किलोमीटर है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल मिसाइल परीक्षण के लिए डीआरडीओ को बधाई दी और प्रणाली के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर प्रसन्नता व्यक्त की।
डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी ने कई अतिरिक्त विशेषताओं के साथ दूसरा उड़ान परीक्षण करने के लिए टीम के प्रयासों की सराहना की।
भारत ने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम नई पीढ़ी की ‘अग्नि प्राइम’ मिसाइल का ओडिशा के तट पर स्थित सैन्य अड्डे से 28 जून को सफल प्रायोगिक परीक्षण किया था।
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