नयी दिल्ली, 20 अप्रैल नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत का मानना है कि भारत को 2047 तक उच्च-आय वाला देश बनने का लक्ष्य लेकर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को अपनी इस आकांक्षा को हासिल करने के लिए साल-दर-साल सतत आर्थिक वृद्धि की जरूरत होगी।
कांत ने बुधवार को यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यदि भारत अपने निजी क्षेत्र की ताकत का इस्तेमाल करता है, तो वह आगे बढ़ सकता है। ‘‘हमारी प्रति व्यक्ति आय करीबन 2,000 अमेरिकी डॉलर है। भारत एक निम्न मध्यम आय वाला देश है।’’
नीति आयोग के सीईओ ने कहा, ‘‘हमारी आकांक्षा 2047 तक उच्च आय वाला देश बनने की होनी चाहिए। इसे साल-दर-साल सतत वृद्धि से हासिल किया जा सकता है।’’
कांत ने कहा कि 1947 तक दक्षिण कोरिया, चीन और भारत की प्रति व्यक्ति आय कमोबेश एक समान होगी। ‘‘इसके 75 साल बाद दक्षिण कोरिया की आय भारत से सात गुना होगी।’’
उन्होंने कहा कि चीन और दक्षिण कोरिया ने एक-के-बाद-एक साल में 10 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। ‘‘यदि भारत ऊंची वृद्धि दर हासिल नहीं करता है, तो यह निम्न आय वृद्धि के परिवेश में ही ‘फंसा’ रहेगा।’’
कांत ने कहा कि आज अफसरशाही की वजह से कारोबार का आगे बढ़ना मुश्किल है। ‘‘हमने ऐसे नियम और नियमन बनाए हैं, जो उद्यमिता को समाप्त करने वाले हैं।’’
उन्होंने कहा कि अधिकारियों को सार्वजनिक-निजी-भागीदारी की परियोजनाओं के पुनर्गठन, परियोजनाओं से जोखिम समाप्त करने की ‘कला’ सीखनी होगी और निजी क्षेत्र से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)