India China Border Tension: चीन के साथ सीमा विवाद पर शिवसेना (Shivsena) ने मंगलवार को कहा कि पड़ोसी देश चीन को जवाब देने के लिए भारत को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निर्भर रहने के बजाय ‘आत्मनिर्भर’ होना पड़ेगा. शिवसेना के मुखपत्र ’सामना’ में यह भी कहा गया है कि चीन के साथ कारोबार 20 बहादुर सैनिकों की कुर्बानी का अपमान होगा जो पिछले सप्ताह गलवान घाटी में चीन के सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में शहीद हुए.
मराठी के मुखपत्र में कहा गया, ‘‘अगर हम चीन के साथ लड़ना चाहते हैं तो राजनीति कम होनी चाहिए और राष्ट्रीय हित ज्यादा होना चाहिए। इसके लिए हमें राष्ट्रपति ट्रंप की जरूरत नहीं है. हमें ‘आत्मनिर्भर’ होना पड़ेगा. यह भी पढ़े: India China Border Tension: दोनों पक्षों में पीछे हटने को लेकर बनी सहमति, मोल्डो में हुई कमांडर स्तर की वार्ता पर सेना की ओर से दी गई जानकारी
बता दें कि गलवान घाटी में भारत- चीनी सेना के झड़प में शहीद हुए जवानों के बाद से ही पूरा देश गुस्से में हैं. हर कोई चाहता है कि चीन के खिलाफ कार्रवाई हो ताकि वह आगे भारत के खिलाफ कोई भी कदम उठाने से पहले एक बार जरूत सोचे