मुंबई, 12 जुलाई : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि भारत सतत और निर्बाध प्रगति कर रहा है तथा उसे लगातार वैश्विक संस्थानों की सराहना मिल रही है. मुंबई में नरसी मोनजी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एनएमआईएमएस) विश्वविद्यालय में एक व्याख्यान देते हुए धनखड़ ने कहा कि अगले पांच वर्षों में भारत उस रॉकेट की तरह प्रगति करेगा, जो गुरुत्वाकर्षण बल को चुनौती देता है.
उन्होंने साथ ही कहा कि शिक्षा समानता हासिल करने का सबसे प्रभावशाली परिवर्तनकारी तंत्र है. उपराष्ट्रपति ने कहा, “पहले भारत को सोता हुआ विशाल देश माना जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. हम आगे बढ़ रहे हैं, हम सतत एवं निर्बाध प्रगति कर रहे हैं, और (हमें) वैश्विक संस्थानों की सराहना मिल रही है.” यह भी पढ़ें : देश की खबरें | मध्यप्रदेश : रोजगार मंत्री पर फर्जी जाति प्रमाणपत्र बनवाने का आरोप, उच्च न्यायालय में याचिका दायर
धनखड़ ने कहा कि भारत वास्तव में उस स्तर पर पहुंच गया है, जहां कल तक हमें सलाह देने की कोशिश करने वाली वैश्विक संस्थाएं अब हमारी सलाह मांग रही हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सब पिछले एक दशक में हुआ है.