नयी दिल्ली, 2 अक्टूबर : भारत ने पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति के बिगड़ने पर बुधवार को गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि संघर्ष को व्यापक रूप नहीं लेना चाहिए. इसके अलावा भारत ने अपने नागरिकों को ईरान की यात्रा से बचने की सलाह दी है. ईरान ने इजराइली हमले में चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह और अन्य कमांडरों की मौत के जवाब में इजराइल पर लगभग 200 मिसाइल दागी हैं, जिसके बाद भारत ने यह टिप्पणी की है.
ईरानी कार्रवाई के बाद, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान को इसकी "कीमत चुकानी पड़ेगी". पश्चिम एशिया की ताजा स्थिति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारत ने "बातचीत और कूटनीति" के माध्यम से सभी मुद्दों को हल करने की अपील दोहराई. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "हम पश्चिम एशिया में सुरक्षा स्थिति के बढ़ने से बहुत चिंतित हैं और सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने व आम लोगों की सुरक्षा की अपील दोहराते हैं." यह भी पढ़ें : अमेरिका के सिएटल सेंटर में महात्मा गांधी की आवक्ष प्रतिमा का अनावरण
बयान में कहा गया है, "क्षेत्रीय स्तर पर संघर्ष को व्यापक रूप नहीं लेना चाहिए. हम सभी मुद्दों को बातचीत और कूटनीति के माध्यम से हल करने का आग्रह करते हैं." ईरान-इजराइल शत्रुता के मद्देनजर तनाव बढ़ने पर भारत ने अपने नागरिकों को ईरान की गैर-जरूरी यात्राओं से बचने की सलाह दी.
विदेश मंत्रालय ने एक परामर्श जारी कर ईरान में रहने वाले भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और तेहरान स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में रहने का भी आग्रह किया. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, ईरान में 4,000 से अधिक भारतीय नागरिक रह रहे हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं."