'इंडिया' हमारे देश के लिए स्वीकार्य नाम, बदलकर 'भारत' करने की जरूरत नहीं : सिद्धरमैया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि देश के लिए 'इंडिया' एक स्वीकार्य शब्द है और इसे अब 'भारत' के रूप में बदलने की जरूरत नहीं है।
बेंगलुरु, 05 सितंबर: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने मंगलवार को कहा कि देश के लिए 'इंडिया' एक स्वीकार्य शब्द है और इसे अब 'भारत' के रूप में बदलने की जरूरत नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया शब्द संविधान में निहित है और इसलिए ही इसे 'कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया' कहा जाता है। मुख्यमंत्री जी20 के लिए रात्रिभोज निमंत्रण पर 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' (भारत के राष्ट्रपति) लिखे जाने के बाद छिड़े विवाद पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
सिद्धरमैया ने यहां संवाददाताओं को बताया, ''हमारे संविधान में यह (इंडिया) निहित है और इसलिए ही इसे 'कॉन्स्टिट्यूशन ऑफ इंडिया' कहा जाता है। हमारे देश के लिए 'इंडिया' एक स्वीकार्य शब्द है। इसे भारत करना.... मुझे नहीं लगता कि इसकी जरूरत है.''जी20 के रात्रिभोज निमंत्रण के लिए राष्ट्रपति को 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' के रूप में संदर्भित करने का मामला सोशल मीडिया पर तूल पकड़ता जा रहा है, इस बीच विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि सरकार देश का नाम 'इंडिया' से बदलकर 'भारत' करने का प्रयास कर रही है. जी20 शिखर सम्मेलन के लिए तय जगह ‘भारत मंडपम’ में शनिवार रात आठ बजे के लिए यह निमंत्रण दिया गया है.
उपमुख्यमंत्री मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने इस तरह के कदम का विरोध करते हुए कहा, ‘‘यह ठीक नहीं है, इसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। आप (भारतीय जनता पार्टी) लंबे समय तक सत्ता में नहीं रहने वाले.’’ कनकपुरा में पत्रकारों से उन्होंने कहा, ‘‘यह भारत का गणतंत्र है, हमारी मुद्रा पर भी भारतीय रिजर्व बैंक लिखा है... सिर्फ इसलिए कि हमने (देश में विभिन्न गैर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एडीए) दलों ने) अपने गठबंधन का नाम इंडिया रखा है, वे (केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार) इसे हमज नहीं कर पा रहे हैं और ऐसा करने की योजना बना रहे हैं. इससे पता चलता है कि गठबंधन को लेकर वह कितने डरे हुए हैं और वे पहले से ही अपनी हार देख रहे हैं.’’
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