नयी दिल्ली, 11 अप्रैल आयकर विभाग ने कर्नाटक के कुछ सहकारी बैंकों पर छापा मारकर 1,000 करोड़ रुपये के ‘फर्जी’ खर्च और कथित वित्तीय अनियमितताओं का पता लगाया है।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। गौरतलब है कि कर्नाटक में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने हैं।
आयकर विभाग को संदेह था कि ये बैंक ‘अपने ग्राहकों की विभिन्न व्यावसायिक संस्थाओं के धन को इस तरह से इधर-उधर कर रहे हैं, ताकि उन्हें कर देनदारियों से बचाया जा सके।’’ इसके बाद इन बैंकों के 16 परिसरों में तलाशी 31 मार्च को शुरू की गई थी।
सीबीडीटी ने बयान में कहा कि तलाशी के दौरान 3.3 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और दो करोड़ रुपये के आभूषण जब्त किए गए।
सीबीडीटी, आयकर विभाग के लिए प्रशासनिक निकाय है।
बोर्ड ने कहा, ‘‘जब्त किए गए सबूतों से पता चला है कि ये सहकारी बैंक विभिन्न व्यापारिक संस्थाओं द्वारा विभिन्न काल्पनिक संस्थाओं के नाम पर जारी किए गए धारक चेक को भुनाने में शामिल थे।’’
इन व्यावसायिक संस्थाओं में ठेकेदार, रियल एस्टेट कंपनियां आदि शामिल हैं और इस तरह के धारक चेक को भुनाने में केवाईसी मानदंडों का पालन नहीं किया गया था।
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