नयी दिल्ली, 26 नवंबर केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने मंगलवार को कहा कि बीते वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का दूध उत्पादन चार प्रतिशत बढ़कर 23.93 करोड़ टन पर पहुंच गया है। दुनिया के सबसे बड़े दूध उत्पादक देश भारत का दूध उत्पादन 2022-23 में 23.06 करोड़ टन था।
राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उत्पादकता में सुधार के दम पर 2023-24 में दूध उत्पादन बढ़कर लगभग 23.9 करोड़ टन हो गया है।
सरकार ने राष्ट्रीय दुग्ध दिवस 2024 के अवसर पर बुनियादी पशुपालन सांख्यिकी 2024 जारी की। राष्ट्रीय दुग्ध दिवस हर साल 26 नवंबर को श्वेत क्रांति के जनक वर्गीज कुरियन के सम्मान में मनाया जाता है, जिनका जन्म इसी दिन हुआ था।
सिंह ने कहा कि प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता भी 2022-23 के 459 ग्राम प्रतिदिन से बढ़कर 2023-24 में 471 ग्राम प्रतिदिन हो गई है। मंत्री ने कहा कि भारत के दूध उत्पादन में औसत वृद्धि छह प्रतिशत रही है, जबकि विश्व में यह दो प्रतिशत है।
सिंह ने डेयरी किसानों को संगठित क्षेत्र में लाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इससे दूध उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने में मदद मिलेगी और बिचौलियों को समाप्त किया जा सकेगा।
मंत्री ने डेयरी उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर भी बात की।
सिंह ने डेयरी किसानों से अपने पशुओं का टीकाकरण करने को कहा। सरकार मुफ्त टीकाकरण उपलब्ध करा रही है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक देश से खुरपका और मुंहपका रोग तथा ब्रुसेलोसिस का उन्मूलन हो जाएगा और ‘‘इससे निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’
मंत्री ने डेयरी किसानों से सेक्स-सॉर्टेड सीमेन और कृत्रिम गर्भाधान को बड़े पैमाने पर अपनाने को भी कहा।
सिंह ने कहा कि सरकार पशुओं की नस्ल सुधार पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)