देश की खबरें | पिछले कुछ दिनों में अभिव्यक्ति की मर्यादा तार-तार हुई : उपराज्यपाल सक्सेना

नयी दिल्ली, 17 मार्च दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शुक्रवार को कहा कि पिछले कुछ दिनों में अभिव्यक्ति की मर्यादा तार-तार हुई है।

उन्होंने विभिन्न मुद्दों को लेकर शहर की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार और उपराज्यपाल कार्यालय के मध्य जारी टकराव के बीच यह टिप्पणी की।

हालांकि, सक्सेना ने जोर देकर कहा कि संबंध बरकरार रहेंगे, क्योंकि यह ‘हमारी सरकार’ है।

दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन, सदन में अपने पहले संबोधन के बाद बाहर निकले सक्सेना से संवाददाताओं ने उनके और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के तल्ख रिश्तों के बारे में सवाल किया। इस दौरान, केजरीवाल भी उनके साथ थे।

जवाब में सक्सेना ने कहा, “देखिए, इसमें कोई संदेह नहीं है कि पिछले कुछ दिनों में अभिव्यक्ति की कुछ सीमाएं तार-तार हुई हैं। लेकिन, मैं एक बात कहना चाहूंगा। एक पेड़ ने हवाओं के लिए बहुत ही खूबसूरत पंक्तियां कही हैं-वह रोज़ मेरे पत्तों को गिराती है, लेकिन फिर भी उसके साथ मेरा रिश्ता खत्म नहीं होता। यह हमारी सरकार है, रिश्ते कैसे टूट सकते हैं?”

‘आप’ सरकार और उपराज्यपाल कार्यालय के बीच हाल के दिनों में सरकारी स्कूल के शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजे जाने सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखने को मिला है।

‘आप’ ने उपराज्यपाल पर दिल्ली सरकार के कामकाज में ‘दखलअंदाजी’ करने और प्रशिक्षण के लिए कुछ शिक्षकों की फिनलैंड यात्रा को ‘बाधित’ करने का आरोप लगाया था। पार्टी ने दावा किया था कि दिल्ली सरकार ने इस प्रस्ताव को कई बार उपराज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा था।

इस महीने की शुरुआत में, सक्सेना ने शिक्षकों की फिनलैंड यात्रा को मंजूरी दे दी थी, लेकिन उन्होंने कहा था कि केजरीवाल सरकार ने ‘अतीत में आयोजित विदेशी प्रशिक्षण कार्यक्रमों के प्रभावशीलता का आकलन’ पेश करने से इनकार कर दिया था।

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