इस्लामाबाद, 10 सितंबर जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने सरकार के साथ बातचीत के दरवाजे बंद करने का मंगलवार को ऐलान किया।
एक मामले की सुनवाई के बाद रावलपिंडी की अदियाला जेल में पत्रकारों से बात करते हुए खान (71) ने सरकार पर उन्हें (उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) धोखा देने का आरोप लगाया। खान ने कहा कि उन्होंने अपनी पार्टी को किसी चर्चा में शामिल नहीं होने का निर्देश दिया था।
खान ने कहा, ‘‘सरकार ने हमें धोखा दिया और आज से मैं उससे तथा किसी भी अन्य दल के साथ बातचीत के दरवाजे बंद कर रहा हूं।’’
खान ने कहा कि उन्होंने पार्टी के छह नेताओं को सरकार से बातचीत करने की अनुमति दी थी लेकिन वार्ता में शामिल होने से किसी को रोका नहीं था।
उन्होंने कहा, ‘‘चाहे अनुमति मिले या नहीं, 21 सितंबर को लाहौर में रैली की जाएगी।’’
पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या में शामिल होने के बारे में अपने पूर्व विश्वासपात्र और पार्टी नेता फैसल वावदा के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर, खान ने किसी भी तरह के गलत काम से इनकार किया और सच्चाई को सामने लाने के लिए खुली सुनवाई की मांग की।
सेना के करीबी माने जाने वाले पत्रकार के बारे में खान ने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि फैसल वावदा किसके लिए बोल रहे हैं।’’
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