गुवाहाटी, 27 जुलाई कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन बोरा द्वारा गोलाघाट तिहरे हत्याकांड पर की गई टिप्पणियों के लिए उनकी आलोचना करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगर धार्मिक भावनाओं को आहत करने को लेकर कोई उनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराता है तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गोलाघाट जिले में सोमवार को 25 वर्षीय एक व्यक्ति ने पारिवारिक विवाद के कारण अपनी पत्नी और सास-ससुर की हत्या कर दी तथा बाद में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। शर्मा ने इसे ‘लव जिहाद’ का मामला बताया था क्योंकि पति मुस्लिम और पत्नी हिंदू थी।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बोरा ने कहा, ‘‘प्यार और जंग में सब कुछ जायज है। हमारे प्राचीन ग्रंथों में कृष्ण का रुक्मणी को भगाकर ले जाने समेत कई कहानियां हैं और मुख्यमंत्री को आज के दौर में विभिन्न धर्मों तथा समुदायों के लोगों के बीच शादियों को लेकर विरोध का राग नहीं अलापना चाहिए।’’
शर्मा ने कहा कि ‘लव जिहाद’ और भगवान कृष्ण तथा रुक्मणी की प्रेम कहानी के बीच समानता बताना निंदनीय है।
उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों को गिरफ्तार करने का कदम नहीं उठाना चाहते लेकिन अगर भगवान कृष्ण को विवाद में लाया जाएगा तो कई ‘सनातनी’ लोग पुलिस थानों में मामले दर्ज कराएंगे और फिर मैं पुलिस को कार्रवाई करने से कैसे रोक पाऊंगा?’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर कोई ऐसी टिप्पणियां करने वाले किसी व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कराता है तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।’’
शर्मा ने कहा कि इंसानों द्वारा की गयी ‘‘गलतियों’’ की तुलना भगवान से नहीं की जानी चाहिए ‘‘जैसे कि हम हजरत मुहम्मद तथा ईसा मसीह को किसी विवाद में नहीं लाते हैं।’’
मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अगर हिंदू पुरुष अपने समुदाय की महिलाओं से शादी करते हैं और मुस्लिम पुरुष अपने समुदाय की महिलाओं से शादी करते हैं तो देश में शांति रहेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने गोलाघाट में तिहरे हत्याकांड में ‘लव जिहाद’ का अंजाम देखा है। इसका शिकार हुईं लड़कियों की आत्महत्या की कई दुखद घटनाएं हुई हैं। मैं युवाओं से हमारे राज्य की शांति तथा सौहार्द के हित में ‘लक्ष्मण-रेखा’ पार नहीं करने की अपील करता हूं।’’
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