Delhi Liquor Scam: अगर मैं भ्रष्ट हूं तो दुनिया में कोई ईमानदार नहीं है: CM अरविंद केजरीवाल
Arvind Kejriwal (Photo Credit: IANS, Twitter)

नयी दिल्ली, 15 अप्रैल: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि आबकारी नीति मामले में वह केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष पेश होंगे. आप प्रमुख ने इसपर जोर दिया कि यदि वह ‘‘भ्रष्ट’’ हैं तो फिर दुनिया में कोई ‘‘ईमानदार’’ नहीं है. उल्लेखनीय है कि सीबीआई ने केजरीवाल को आबकारी नीति मामले में पूछताछ के लिए रविवार को तलब किया है. यह भी पढ़ें: Delhi liquor scam: केजरीवाल को CBI के समन पर बोले कपिल सिब्बल, बीजेपी ‘विपक्ष मुक्त भारत’ चाहती है

यहां संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं और अगर पार्टी ने जांच एजेंसी को उन्हें गिरफ्तार करने का ‘‘आदेश’’ दिया है तो वह ऐसा करने से इनकार नहीं कर सकती है.केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले में पहले ही दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर चुकी है. ऐसा आरोप है कि शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने के लिए लायी गयी दिल्ली सरकार की 2021-22 की आबकारी नीति में कुछ डीलरों को लाभ पहुंचाया गया था और इसकी एवज में कथित रूप से रिश्वत ली गई थी. हालांकि, आम आदमी पार्टी (आप) ने इस आरोप का कड़ा खंडन किया. बाद में यह नीति वापस ले ली गयी थी.

केजरीवाल ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा मोदी के खिलाफ लगाए आरोपों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘ऐसे व्यक्ति के लिए भ्रष्टाचार कोई मुद्दा कैसे हो सकता है जो सिर से लेकर पैर तक भ्रष्टाचार में डूबा हो.’’

उन्होंने कहा कि आजाद भारत के 75 साल के इतिहास में किसी पार्टी को ‘आप’ की तरह निशाना नहीं बनाया गया क्योंकि इसने लोगों को उम्मीद दी है जबकि अभी तक कोई अन्य पार्टी ऐसा नहीं कर पायी. केजरीवाल ने कहा, ‘‘मैं मोदी जी से कहना चाहता हूं कि अगर केजरीवाल चोर या भ्रष्ट हैं तो इस दुनिया में एक भी ईमानदार आदमी नहीं है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘आप’ ने लोगों में उम्मीद जगाई है कि वह गरीबी मिटा देगी, उन्हें शिक्षित बनाएगी और उनके बच्चों को रोजगार मुहैया कराएगी. प्रधानमंत्री इस उम्मीद को तोड़ना चाहते हैं.’’ केजरीवाल ने कहा कि गुजरात में भाजपा के 30 साल के शासन में एक भी स्कूल की हालत नहीं सुधरी जबकि दिल्ली में ‘आप’ सरकार ने पांच साल में सरकारी स्कूलों की काया पलट दी. उन्होंने कटाक्ष किया, ‘‘गुजरात में प्रधानमंत्री जब एक स्कूल का दौरा करने जाते हैं तो एक अस्थायी कक्षा बनानी पड़ती है.’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा ‘आप’ को ठिकाने लगाने की कोशिश कर रही है और उसने पहले ‘आप’ के नंबर दो तथा नंबर तीन (मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन) को सलाखों के पीछे भेजा और अब वे उन्हें पकड़ना चाहते हैं.

उन्होंने कहा, ‘‘मुद्दा भ्रष्टाचार या शराब घोटाला नहीं है. भ्रष्टाचार में डूबे व्यक्ति के लिए यह कैसे मुद्दा हो सकता है? मैंने मार्च में दिल्ली विधानसभा में अपने भाषण में भ्रष्टाचार के विभिन्न उदाहरण दिए थे और मुझे संजय सिंह (पार्टी सांसद) का कॉल आया था कि अगला नंबर मेरा है.’’

अपनी सरकार की आबकारी नीति की पैरवी करते हुए केजरीवाल ने कहा कि इससे भ्रष्टाचार खत्म हो सकता था. उन्होंने कहा, ‘‘इस नीति से पिछले एक साल में 50 प्रतिशत राजस्व बढ़ा.’’ केजरीवाल ने आरोप लगाया कि शराब घोटाला मामले की जांच के संबंध में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों का उत्पीड़न किया गया तथा उन्हें धमकियां दी गयी है.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या चल रहा है. वे किसी को भी पकड़ते हैं और फिर केजरीवाल या सिसोदिया का नाम लेने के लिए उन्हें प्रताड़ित करते हैं. यह है उनकी जांच?’’

उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अदालत में ‘‘झूठ’’ बोला कि सिसोदिया ने सबूत छिपाने के लिए 14 मोबाइल फोन नष्ट कर दिए.

केजरीवाल ने दावा किया, ‘‘ईडी के जब्त मेमो से पता चलता है कि उसके पास 14 में से चार फोन हैं जबकि एक फोन सीबीआई के पास है. हमारी खुद की जांच से पता चला कि बाकी के नौ फोन नंबर सक्रिय थे और उनका इस्तेमाल ‘आप’ के स्वयंसेवकों (वॉलेंटियर) कर रहे थे.’’

केजरीवाल ने कहा कि वह अदालतों में झूठे शपथपत्र दायर करने के लिए सीबीआई और ईडी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दायर करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा आरोप है कि 100 करोड़ रुपये लिए गए. उन्होंने सवाल किया कि यह पैसा कहां है? केजरीवाल ने कहा, ‘‘400 से अधिक छापे मारे गए... पैसा कहां है? ऐसा कहा गया कि धन का इस्तेमाल गोवा चुनाव में किया गया। उन्होंने गोवा के प्रत्येक रेहड़ी-पटरी वाले से पूछताछ कि जिन्हें हमने रोजगार दिया था, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिल पाया.’’

उन्होंने कहा कि जिन लेन-देन पर सवाल उठाया जा रहा है वह बैंक चेक के माध्यम से हुए हैं और निर्वाचन आयोग को उनकी जानकारी दी गई है. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जब कोई रिश्वत ली ही नहीं गई है तो ये एजेंसियां धन की लेन-देन का पता लगा लें, इसका सवाल ही पैदा नहीं होता है.’’ उन्होंने एजेंसियों पर अपने आरोपों के समर्थन में कोई सबूत नहीं पेश करने को लेकर भी सवाल उठाया.

केजरीवाल ने कहा, ‘‘यदि मैं कहूं कि मैंने 17 सितंबर को शाम सात बजे प्रधानमंत्री मोदी को 1,000 करोड़ रुपये दिए, तो क्या ईडी-सीबीआई उन्हें गिरफ्तार करेगी? कुछ सबूत होने चाहिए.’’

उन्होंने आबकारी मामले में कई लोगों के नाम लिये और उनके साथ ‘थर्ड डिग्री’ (पुलिस की प्रताड़ना) का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.

उन्होंने दावा किया, ‘‘चंदन रेड्डी नामक एक व्यक्ति को इतनी बुरी तरह पीटा गया कि उसके कान का पर्दा फट गया. एक गवाह पर उसके पिता और पत्नी को जेल भेजने की धमकी देकर मनगढ़ंत बयान पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाया गया. कुछ अन्य लोगों को झूठा बयान देने के लिए मजबूर किया गया जिसे बाद में उन्होंने अदालतों में वापस ले लिया.’’ केजरीवाल ने कहा कि पूरा मुद्दा यह है कि सभी दल लूट में लगे हुए हैं और लोगों को अब ‘आप’ से उम्मीद है. उन्होंने कहा कि अगर वे भी स्कूल और अस्पताल बनाने लगे तो लूटने के लिए पैसा कहां से आयेगा.

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