देश की खबरें | मैंने मुख्यमंत्री आवास खाली कर दिया पर अपना संकल्प नहीं छोड़ा है: उद्धव

मुंबई, 24 जून शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बगावत का सामना कर रही अपनी पार्टी के पदाधिकारियों से शुक्रवार को बातचीत की और पार्टी तथा महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के अस्तित्व को लेकर जारी आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया।

शिवसेना, एकनाथ शिंदे के अलग होने और कई विधायकों के समर्थन से उनके एक विद्रोही गुट बनाने के बाद पार्टी के अंदर बगावत का सामना कर रही है।

शिंदे वर्तमान में शिवसेना के कम से कम 38 बागी विधायकों और 10 निर्दलीय विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने दावा किया है कि उनके नेतृत्व वाला गुट ‘असली शिवसेना’है।

मध्य मुंबई के दादर में शिवसेना भवन में पार्टी की जिला इकाई के प्रमुखों और 'संपर्क प्रमुखों' को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास खाली कर दिया है, लेकिन उनका दृढ़ संकल्प बरकरार है।

उन्होंने कहा, ‘‘पहले भी पार्टी में विद्रोह होने के बावजूद शिवसेना दो बार सत्ता में आई। मैंने मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ खाली कर दिया है, लेकिन अपना दृढ़ संकल्प नहीं छोड़ा।’’

ठाकरे ने कहा कि पिछले ढाई साल में उन्होंने अपनी खराब सेहत के साथ-साथ कोविड-19 महामारी से लड़ाई लड़ी, लेकिन विरोधियों ने इस स्थिति का फायदा उठाया।

शिवसेना नेता और मंत्री आदित्य ठाकरे मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान शिवसेना भवन में मौजूद थे।

शिंदे के विद्रोह के मद्देनजर उद्धव ठाकरे ने बुधवार रात दक्षिण मुंबई में अपना आधिकारिक आवास खाली कर दिया और उपनगर बांद्रा स्थित अपने पारिवारिक आवास चले गए।

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