मेलबर्न, 21 दिसंबर युवा ऑस्ट्रेलियाई ओपनर सैम कोंस्टास ‘बॉक्सिंग डे’ टेस्ट में भारतीय गेंदबाजों का सामना करने के लिए बेताब हैं और उनका कहना है कि अगर उन्हें बॉर्डर-गावस्कर श्रृंखला के चौथे मैच में मौका मिलता है तो उनके पास जसप्रीत बुमराह एंड कंपनी से निपटने के लिए कुछ योजनायें हैं।
इस युवा को पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल किया गया है क्योंकि भारत के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए उन्होंने नये सलामी बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी को टीम से बाहर कर दिया है।
पहले तीन टेस्ट मैचों में मैकस्वीनी के ऑस्ट्रेलियाई शीर्ष क्रम में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कोंस्टास को टीम में शामिल किया गया है।
कोंस्टास ने ‘फॉक्स क्रिकेट’ से कहा, ‘‘मेरे पास भारतीय गेंदबाजों के लिए कुछ योजनायें हैं। मुझे लग रहा है कि मैं काफी अच्छा कर रहा हूं और उम्मीद है कि मुझे वो मौका मिलेगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘मैं बस गेंद के हिसाब से खेलूंगा और गेंदबाजों पर थोड़ा दबाव बनाऊंगा।
वहीं दो अक्टूबर को 19 साल के हो चुके कोंस्टास को अगर ‘बॉक्सिंग डे’ टेस्ट के लिए अंतिम एकादश में चुना जाता है तो वह कप्तान पैट कमिंस के बाद टेस्ट पदार्पण करने वाले ऑस्ट्रेलिया के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन जायेंगे जिन्होंने 2011 में जोहानिसबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पदार्पण किया और वह उस समय 18 साल और 193 दिन के थे।
उन्होंने कहा, ‘‘पदार्पण करना बहुत बड़ा सम्मान होगा। यह सपना सच होने जैसा है। मैं भारत के खिलाफ खेलने को लेकर बहुत उत्साहित हूं। मैं चुनौती लेना चाहता हूं। ’’
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