
शिमला, 23 दिसंबर कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की प्रमुख प्रतिभा सिंह ने राज्य की पिछली भाजपा सरकार द्वारा खोले गए कुछ कार्यालयों की समीक्षा करने और उन्हें गैर-अधिसूचित करने के राज्य सरकार के फैसले का शुक्रवार को समर्थन किया।
नयी सरकार ने कहा कि बिना किसी बजटीय प्रावधान और बिना पर्याप्त कर्मचारियों एवं बुनियादी ढांचे वाले सभी गैर-कार्यात्मक कार्यालयों और संस्थानों को बंद किया जाएगा।
इसके तुरंत बाद पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस कदम को "तुगलकी फरमान" बताया तथा इसे "दुर्भाग्यपूर्ण एवं अनुचित" करार दिया था।
ठाकुर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस तरह के जनविरोधी कदमों को स्वीकार नहीं करेगी और विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरेगी तथा जरूरत पड़ने पर अदालत भी जाएगी।
सिंह ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को अपना समर्थन देते हुए इस कदम के खिलाफ भाजपा के विरोध को "राजनीतिक स्टंट" करार दिया।
यहां जारी एक बयान में सिंह ने कहा कि कांग्रेस अपने चुनावी वादों को पूरा करेगी और भाजपा को इसकी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि बढ़ती बेरोजगारी और महंगाई के कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है तथा इस स्थिति के लिए भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार जिम्मेदार है।
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने संवाददाताओं से कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने पिछले छह महीनों में बिना बजट प्रावधान और बिना बुनियादी ढांचे के तथा नियमों का उल्लंघन करते हुए लगभग 900 संस्थान खोले थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि यह नयी सरकार पर 2,000 करोड़ रुपये का बोझ डालने का प्रयास था तथा वित्त विभाग के नोट को नजरअंदाज करके फैसले किए गए।
चौहान ने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए परियोजनाओं की घोषणा की और ठाकुर को अपने बजट आवंटन विवरण के साथ सामने आना चाहिए।
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