नयी दिल्ली, 13 अप्रैल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अगुवाई में गृह मंत्रालय कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए लगाये गये लॉकडाउन से उत्पन्न समस्याओं का समय पर निवारण के लिए राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के साथ तालमेल कायम करते हुए लगातार जुटा हुआ है।
वैसे तो अन्य मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी सोमवार को अपने काम पर लौटे लेकिन गृह मंत्रालय में लॉकडाउन के दौरान भी कामकाज चलता रहा । मंत्रालय इस वायरस से लड़ने के लिए जरूरी उपकरणों समेत करीब करीब हर चीजों के लिए राज्यों को परामर्श देने में मुख्य केंद्र के रूप मे काम कर रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने 21 दिनों के लॉकडाउन के क्रियान्वयन पर नियमित रूप से नजर रखने के लिए चौबीसों घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है और वह कुछ उन कुछ मंत्रालयों में एक है जहां लॉकडाउन के दौरान कामकाज जारी है।
कानून व्यवस्था बनाये रखने के अलावा गृह मंत्रालय पर देशभर में जरूरी सामानों की नियमित आपूर्ति, प्रवासी श्रमिकों की बड़े पैमाने पर आवाजाही से उत्पन्न स्थिति की निगरानी, उनके लिए आश्रय, भोजन एवं स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने का जिम्मा है।
एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय लॉकडाउन के संबंध में चीजों में सुगमता लाने, निगरानी, जरूरी और सुधार के कदम उठाने के लिए नोडल प्राधिकार है।
शाह और उनके दोनों जूनियर मंत्री -- जी किशन रेड्डी और नित्यानंद राय नियमित रूप से कार्यालय आ रहे हैं और बैठकों में हिस्सा ले रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला समेत शीर्ष अधिकारी रोजाना कार्यालय यहां तक कि छुट्टियों एवं साप्ताहिक अवकाशों के दिन भी आ रहे हैं। भल्ला ने कैबिनेट सचिव राजीव गौबा द्वारा बुलाये गये मुख्य सचिवों के सभी वीडियो कांफ्रेंस में हिस्सा लिया।
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