Hathras Stampede Tragedy: हाथरस जिले में एक सत्संग में भगदड़ से हुए हादसे के वजह से विशेष व्यवस्था के तहत रुकेंगी ट्रेन
रेलवे ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग में शामिल होने के बाद घर लौटने की कोशिश कर रहे करीब 3,000 लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की है. मंगलवार को मची भगदड़ की इस घटना में 121 लोगों की मौत हो गई थी.
नयी दिल्ली, 3 जुलाई : रेलवे ने उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक सत्संग में शामिल होने के बाद घर लौटने की कोशिश कर रहे करीब 3,000 लोगों के लिए विशेष व्यवस्था की है. मंगलवार को मची भगदड़ की इस घटना में 121 लोगों की मौत हो गई थी. रेल मंत्रालय ने बताया कि लोगों की भीड़ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सिकंदरा राव स्टेशन से गुजरने वाली कोई भी ट्रेन 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक गति से नहीं चलेगी.
उसने बताया कि इसके अलावा, यात्रियों की सुविधा के लिए मथुरा-टनकपुर विशेष ट्रेन, आगरा किला-कासगंज यात्री विशेष ट्रेन और बांद्रा टर्मिनस अंत्योदय एक्सप्रेस जैसी कई ट्रेन के सिकंदरा राव स्टेशन पर अतिरिक्त ठहराव की विशेष रूप से व्यवस्था की गई है. साथ ही इस रेल मार्ग के अन्य स्टेशन पर भी रेलगाड़ियों को रोके जाने की विशेष व्यवस्था की गई है. रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक और वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, मंडल के अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर मौजूद हैं.’’ यह भी पढ़ें : Hathras Stampede Tragedy: हाथरस भगदड़ मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट और इलाहाबाद हाईकोर्ट में PIL दाखिल, न्यायिक जांच की उठी मांग
मंत्रालय ने मंगलवार रात एक बयान में कहा, ‘‘डॉ. सौरभ डंडियाल के नेतृत्व में चिकित्सकों के एक दल को घटनास्थल पर तैनात किया गया है, ताकि ऐसे यात्रियों को प्राथमिक उपचार या कोई अन्य चिकित्सकीय सहायता दी जा सके जिन्हें इसकी आवश्यकता है.’’ साथ ही मंत्रालय ने कहा कि स्टेशन पर इंतजार कर रहे सभी लोगों को पानी और भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए गए हैं.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘हमने कासगंज स्टेशन पर तीन खाली डिब्बे तैयार रखे हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर उन्हें सिकंदरा राव स्टेशन की ओर विशेष ट्रेन के रूप में भेजा जा सके.’’