नयी दिल्ली, 21 अक्टूबर एस्सार की हरित परिवहन इकाई ग्रीनलाइन मोबिलिटी सॉल्यूशंस लिमिटेड ने अगले साल मार्च तक तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) से चलने वाले 1,000 अतिरिक्त ट्रकों को जोड़ने की योजना बनाई है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
भारत वर्ष 2070 तक शुद्ध-शून्य उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने के लिए डीजल के बजाय भारी वजन वाले ट्रकों के बेड़े में एलएनजी के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है।
ग्रीनलाइन मोबिलिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आनंद मिमानी ने कहा कि कंपनी के पास फिलहाल 500 से अधिक एलएनजी-संचालित ट्रकों का बेड़ा है और मार्च, 2025 तक इस बेड़े में 1,000 अतिरिक्त एलएनजी ट्रक जोड़ने की योजना है।
कंपनी के इस एलएनजी ट्रक बेड़े की सेवाएं लेने वाली कंपनियों में वेदांता, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील एंड सीमेंट, हिंदुस्तान जिंक, जिंदल स्टील एंड पावर, जेके लक्ष्मी सीमेंट, एएमएनएस, हिंडाल्को, डालमिया सीमेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट, जीएचसीएल, रिलायंस, शेल, नेस्ले, कैस्ट्रोल और स्टरलाइट कॉपर शामिल हैं।
सरकार ने हाल ही में एक नीति के मसौदा के तहत वर्ष 2030 तक लंबी दूरी के एक तिहाई ट्रकों को एलएनजी से चलने वाले ट्रकों में बदलने का प्रस्ताव रखा है।
मिमानी ने कहा कि पिछले दो वर्षों में ग्रीनलाइन के प्रयासों से पारंपरिक डीजल वाहनों की तुलना में कार्बन-डाई ऑक्साइड उत्सर्जन में 30 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी आई है, जो 6,722 टन कार्बन कटौती के बराबर है।
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