लंदन, पांच जून ऑस्ट्रेलिया के उभरते हुए ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन इंडियन प्रीमियर लीग की अपनी प्रभावशाली फॉर्म को भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में दोहराना चाहते हैं और उनका मानना है कि टी20 से पारंपरिक प्रारूप में बदलाव के बावजूद उन्हें अपने आक्रामक खेल में लगाम लगाने की जरूरत नहीं है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच डब्ल्यूटीसी फाइनल द ओवल में सात जून से खेला जाएगा।
इस साल के आईपीएल में ग्रीन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 16 पारियों में 160 के स्ट्राइक रेट से 452 रन बनाए जिसमें 47 गेंद में जड़ा शतक भी शामिल है। उनके शतक की बदौलत मुंबई इंडियन्स ने प्ले ऑफ में जगह बनाई।
बुधवार से द ओवल में शुरू हो रहे डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले ‘क्रिकेट.कॉम.एयू’ ने ग्रीन के हवाले से कहा, ‘‘इंग्लैंड की टीम अभी काफी आक्रामक क्रिकेट खेल रही है इसलिए शायद आपको अपने खेल में अधिक बदलाव करने की जरूरत नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल पारी की शुरुआत में मैंने रन बनाने की कोशिश करने की जगह संभवत: थोड़ा अधिक रक्षात्मक होकर खेलने का प्रयास किया। आप अच्छी गेंद के खिलाफ रक्षात्मक रुख अपना सकते हैं, आपको क्रीज पर अच्छे फैसले करने होते हैं।’’
ग्रीन ने कहा, ‘‘इस बार मैं रन बनाने पर ध्यान दूंगा और अगर गेंद अच्छी हुई तो रक्षात्मक खेल दिखाऊंगा।’’
बल्लेबाजी के अलावा ग्रीन ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण का भी अहम हिस्सा होंगे और यह 24 वर्षीय तेज गेंदबाज इंग्लैंड में ड्यूक गेंद से गेंदबाजी करने की चुनौती के लिए तैयार है।
ग्रीन ने कहा, ‘‘सभी, विशेषकर गेंदबाज, स्विंग के कारण यहां (इंग्लैंड) आने को लेकर उत्साहित रहते हैं। सामान्यत:, जब मैं ऑस्ट्रेलिया में गेंदबाजी करता हूं तो काफी मूवमेंट नहीं मिलती इसलिए मैं रोमांचित हूं कि यहां हालात का फायदा उठा सकता हूं।’’
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